सहारनपुर: बालिका सुधार गृह को लेकर इन दिनों प्रशासन कानपुर के अलावा अन्य जिलों में भी एक्टिव हो गया है. सहारनपुर जिलाधिकारी और एसएसपी ने बालिका सुधार गृह का न सिर्फ निरीक्षण किया, बल्कि यहां रह रहीं बालिकाओं से बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. इस दौरान डीएम और एसएसपी ने रसोई से लेकर उनके सोने के बिस्तर तक को चेक किया. साथ ही खाने और पीने के पानी की गुणवत्ता चेक की. कुछ खामियां मिलने पर वार्डन और स्टाफ को फटकार भी लगाई और कमियों को दूर करने के निर्देश दिए. इस दौरान बालिका गृह स्टाफ में हड़कंप मचा रहा.
बता दें कि कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कानपुर के बालिका सुधार गृह में रह रही 35 बालिकाओं में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद लखनऊ तक हड़कंप मच गया. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के बालिका सुधार गृह में निरीक्षण के साथ साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए थे.
इस शासनादेश के बाद डीएम अखिलेश सिंह और एसएसपी डॉ. एस चन्नप्पा ने बालिका गृह सुधार का निरक्षण किया. औचक निरीक्षण पर आए अधिकारियों को देखकर वार्डन और स्टाफ के हड़कंप की स्थिति बन गई. डीएम एसएसपी ने यहां रह रही बालिकाओं से उनका हाल-चाल जाना और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. सभी बालिकाओं के आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज चेक किये गए. इतना ही नहीं सभी बालिकाओ की मेडिकल रिपोर्ट भी देखी गई. इस दौरान थोड़ी बहुत खामियां मिलने पर जल्द सुधार करने के निर्देश दिए हैं.
डीएम ने कहा कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को बालिका गृह में प्रवेश नहीं करने दिया जाए. यदि इन बालिकाओं के घर से कोई परिजन मिलने आता है तो उनके मिलने का कारण, बालिका से संबंध और मोबाइल नम्बर आदि जानकारी एक रजिस्टर में एंट्री करना अनिवार्य है. इसके अलावा उन्होंने आदेशित करते हुए कहा कि यहां रह रही बालिकाओं के खाने-पीने का विशेष ख्याल रखा जाए. सभी के लिए पोष्टिक एवं शुद्ध खाने की व्यवस्था करना बालिका सुधार गृह को जिम्मेदारी है.