नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा पुलिस ने दंगा और इस तरह के हालात से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया. पुलिस ने साजो-सामान से लैस होकर दंगाइयों से निपटने का अभ्यास किया. इस दौरान आंसू गैस के गोले, रबर बुलेट फायरिंग और पथराव से बचने के साथ ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का भी सहारा लेते हुए मॉक ड्रिल पूरी की गई.
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के निर्देशन में पुलिस लाइन में पुलिस बल ने दंगा नियंत्रण का अभ्यास पूरा किया. पुलिस कमिश्नर ने पुलिस जवानों को ब्रीफ करते हुए समझाया कि पुलिस पार्टियों के कर्तव्य और दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देशों का कैसे पालन करना है. रिजर्व पुलिस लाइन में एडीसीपी मुख्यालय व एसीपी लाइन के नेतृत्व में करीब 300 पुलिस कर्मियों ने मॉक ड्रिल किया. इनमें ट्रेनी कॉन्सटेबल और तमाम थानों से आए जवान भी शामिल हुए.
यह भी पढ़ें- वरुण गांधी ने रेल मंत्री को भेजा रिमाइंडर लेटर, एनटीपीसी परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की उठाई मांग
पुलिस कमिश्नर की मौजूदगी में सभी पुलिसकर्मियों को टियर गैस, एंटी रायट गन व अन्य दंगा निरोधक उपकरणों का अभ्यास कराया गया. साथ ही उन्हें हर तरह की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार किया गया. मॉक ड्रिल के लिए पुलिसकर्मियों की अलग-अलग पार्टियां बनाई गई थीं. जिसमे सभी पार्टियों को बलवा के दौरान उनके कर्तव्यों को समझाया गया.
पुलिसकर्मियों को एलआईयू पार्टी, नागरिक पुलिस पार्टी, फायर सर्विस पार्टी, लाठीचार्ज पार्टी, टीयर स्मोक गन पार्टी, रिजर्व पार्टी, फर्स्ट ऐड आदि पार्टियों में बांटा गया था. सभी पार्टियों ने आपसी सामंजस्य बनाते हुए अपने-अपने कर्तव्यों को मॉक ड्रिल के दौरान बखूबी अंजाम दिया.
पुलिस पार्टियों ने लोगों को समझाना, दंगाइयों को रोकना, आमजन को दंगे के दौरान रेस्क्यू करना, दंगाइयों पर टीयर स्मोक गैस फायर करना, पानी की बौछार मारना, दंगे के दौरान घायल पुलिसकर्मी या आम जनता के लोगों तक मदद पहुंचाने एवं उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाकर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने का अभ्यास किया.