मेरठ : आरआरटीएस कॉरिडोर के निर्माण को लेकर कार्य जारी है. बुधवार को टनल बोरिंग मशीन (सुदर्शन) से निर्माण कार्य शुरू हो गया है. यह मशीन नॉर्थ शाॅफ्ट गांधी पार्क से बेगुमपुल तक लगभग 700 मीटर सुरंग का निर्माण करेगी. नई दिल्ली से मेरठ के बीच में संचालित होने वाली देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन के संचालन को लेकर कार्य तेजी से कराया जा रहा है.
बता दें कि नॉर्थ शाॅफ्ट गांधी पार्क से बेगमपुल की ओर समानान्तर दो टनल बनाई जाएंगी. जिनमें से पहली का कार्य प्रारम्भ हुआ है. करीब 17 मीटर की गहराई में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) लांच की गयी है. जिसमें विभिन्न पार्ट्स जैसे कटर हेड, फ्रंट शील्ड, मिडिल शील्ड, टेल शील्ड, इरेक्टर, स्क्रू कंवेयर आदि को नीचे उतार कर असेंबल किया गया है.
जानकारी के मुताबिक RRTS (Regional Rapid Transit System) नेटवर्क पर बनाई जा रही टनल का व्यास 6.5 मीटर होगा. भारत में पहली बार 6.5 मीटर व्यास की टनल का निर्माण किया जा रहा है. टनल निर्माण पूरा होने के बाद टीबीएम को बेगमपुल में बनाई गई रिटर्निंग शाॅफ्ट से बाहर निकाला जाएगा. इस टनल में यात्रियों की सुविधा के लिए लगभग 250 मीटर पर एक आपातकालीन क्रॉस पैसेज भी बनाया जाएगा. वहीं बेगमपुल स्टेशन से नॉर्थ शाॅफ्ट की ओर जाते हुए आरआरटीएस ट्रेनें रैम्प के जरिये एमइएस कॉलोनी स्टेशन पर एलिवेटेड हो जाएंगी.
गौरतलब है कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेरठ में भूमिगत स्टेशनों का निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है. इन भूमिगत स्टेशनों को आपस में जोड़ने के लिए टनल बनाने का काम भैंसाली से मेरठ सेंट्रल की दिशा में तेजी से चल रहा है. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल तीन भूमिगत स्टेशन हैं. इन स्टेशनों को आपस में जोड़ने के लिए कुल तीन भागों में टनल बनेंगी. जिनमें पहली टनल भैंसाली से मेरठ सेंट्रल (2 किमी), दूसरी टनल भैंसाली से बेगमपुल (1 किमी) और तीसरी टनल नॉर्थ शाॅफ्ट से बेगमपुल (लगभग 700 मीटर) के बीच बनेगी. बेगमपुल और नॉर्थ शाॅफ्ट के बीच बनने वाली टनल मेरठ की सबसे छोटी टनल होगी.
ये भी पढ़ें : रेलवे की 27 कॉलोनियों में संरक्षित किया जाएगा बारिश का पानी, डीआरएम ने तैयार किया प्लान
आरआरटीएस टनल में हवा का आवागमन सुनिश्चित करने के लिए वेंटिलेशन डक्ट बनाए जाएंगे. इसमें 60 सेमी से 90 सेमी चौड़ा एक साइड वॉकवे भी होगा. बता दें टीबीएम से भूमि के भीतर टनल के रिंग बनाए जाते हैं. टनल रिंग बनाने के लिए आम तौर पर सात टनल सेगमेंट्स का उपयोग किया जाता है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप