मेरठ: चोरी के वाहनों के पुर्जे के लिए कुख्यात मेरठ सोती गंज बाजार में कार्रवाई के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगी सरकार की पीठ थपथपाई थी. इसके बाद से सोतीगंज की तस्वीर बदलनी शुरू हो गई. अभी तक इस बाजार में चोरी के वाहनों के पार्ट्स बिकते नजर आते थे, लेकिन अब इस बाजार में जूते, कपड़े और फल बिकेंगे. मेरठ पुलिस की कार्रवाई के बाद सोतीगंज के कबाड़ माफियाओं के हौसले पस्त हो गए हैं.
यहां के व्यापारियों ने अपने नए व्यवसाय के पोस्टर और बोर्ड भी लगा दिए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रमोशन भी शुरू कर दिया है. सोमवार को मेरठ के सोती गंज बाजार में सन्नाटा पसरा नजर आया. पुलिस की कार्रवाई से सोतीगंज के 30 साल पुराने इस गोरखधंधे की कमर टूट गयी है. इन लोगों ने चोरी के वाहनों का धंधा करके अरबों की संपत्ति जुटाई थी. पिछले 5 महीनों में पुलिस ने 32 से ज्यादा वाहन माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है.
इनकी 40 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की गयी. चोरी के वाहनों के पार्ट्स बेचने वाले 100 से ज्यादा लोगों की सूची मेरठ पुलिस ने तैयार की है. ऐसे दुकानदारों को नोटिस भी जारी की गयी हैं. दुकानदारों के जवाब देने तक उनकी दुकानें बंद करवा दी गयी हैं.
पिछले 30 सालों में कई अधिकारी आए, लेकिन इस गोरखधंधे को बंद कराने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पाया. योगी सरकार में पिछले 5 महीनों में सोतीगंज की 30 साल पुरानी तस्वीर बदल गई. यहां हुई कार्रवाई से अब पश्चिम उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्यों में वाहन चोरी के मामलों में कमी आयी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस बात का संज्ञान लिया और सोतीगंज पर कार्रवाई के मामले में योगी सरकार की तारीफ की. इसके बाद से सोती गंज बाजार में चोरी के वाहन पार्ट्स का धंधा करने वालों के हौसले पस्त हो गए. अब उन्होंने दूसरा काम शुरू कर दिया है. मेरठ के सोती गंज बाजार में अब चोरी के वाहन पार्ट्स की जगह कपड़े, जूतों और फलों की दुकानें खुल गई हैं.
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