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मेरठ के कृषि कुंभ में जुटेंगे 6 राज्यों से वैज्ञानिक, 150 कंपनियां मेले में होंगी शामिल - मेरठ में आयोजित होगा कृषि कुंभ

मेरठ सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कृषि कुंभ का आयोजन किया जाएगा. इसमें छह राज्यों से कृषि वैज्ञानिक जुटेंगे और 150 कंपनियां मेले में शामिल होंगी.

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Published : Oct 17, 2022, 2:30 PM IST

मेरठ: सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि और प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में 18 अक्टूबर से कृषि कुंभ का आयोजन (Krishi Kumbh organized in meerut) होगा. इस वर्ष अखिल भारतीय किसान मेला और कृषि उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में 18 से 20 अक्टूबर तक होगा. इसमें 6 राज्यों से कृषि वैज्ञानिक और खेती किसानी से संबंधित लोग भाग लेंगे. इसके साथ ही 150 कंपनियों के इस मेले में शामिल होने की संभावना है.

मेरठ विश्वविद्यालय (Krishi Kumbh organized in meerut university) में 6 राज्यों के कृषि विशेषज्ञों समेत कृषि वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया गया है. इस मेले में देश भर की 150 कंपनियां कृषि विश्वविद्यालय में स्टॉल लगाएंगी और किसानों को जागरुक भी करेंगे. यूनिवर्सिटी कुलपति के के सिंह ने बताया कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी मेरठ में नये कृषि से संबंधित तकनीकी ज्ञान से किसानों का उत्साहवर्धन और हमारे क्षेत्र के किसानों को तकनीकी सम्पन्न बनाने का प्रयास करेंगी. इसके साथ ही किसानों की आय बढ़ाने के लिए जानकारी दी जायेगी.

जानकारी देते मेरठ विश्वविद्यालय कुलपति के के सिंह
इस मेले की मुख्य थीम "समेकित कृषि समृद्ध किसान " है. किसान मेले का आयोजन किसानों के लिए है. इसमें कृषि क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों और खेती बाड़ी से जुड़े लोगों को जानकारी दी जाएगी. मेले में फसल अवशेष प्रबन्धन, मिलट्स ऑफ द ईयर-2023 प्राकृतिक खेती, कृषि विविधीकरण, महिला सशक्तिकरण ड्रेगन फ्रूट्स का उत्पादन तकनीक और उसका प्रदर्शन डॉग शॉ, बेरोजगार युवकों के लिए उद्यमिता विकास की पूर्ण जानकारी से सम्बंधित विशेष 150 स्टॉल लगाए जाएंगे. इन स्टॉलों के जरिए किसानों को जागरुक किया जाएगा. मेले में कई प्रकार की मशीनों को प्रदर्शित भी किया जायेगा. खेती की बढ़ती लागत और इसके हिसाब से फसलों का लाभकारी मूल्य न मिल पाना किसानों की प्रमुख समस्या है. खेती और पशुपालन को कैसे लाभकारी बनाया जाए, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और इनका जरूरत के मुताबिक इनका बेहतर उपयोग कैसे किया जाए. इस बारे में अन्नदाता जानकारी दी जाएगी.पढ़ें- गजब करिश्मा! अलीगढ़ के इस मंदिर में शिवलिंग पर उभरा चेहरा, देखें Video


कुलपति डॉ केके सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि युवाओं की बेरोजगारी को दूर करने के लिए स्टार्टअप और अन्य रोजगार वाले तकनीकों का ज्ञान विद्यार्थियों को देंगे. जिससे वो स्टार्टअप की ओर सोचे और उद्यमिता की तरफ बढ़े. जिससे क्षेत्र के लोगों को स्वरोजगार मिल सकेगा और वो दूसरे को भी रोजगार दे सकेंगे. उन्होंने कहा कि कस्टम हायर सेंटर बनाने का प्रयास करेंगे. जिससे किसानों को इम्पलीमेंट और अन्य कृषि संबंधी सहायता इन केन्द्रों से मिल सके. विश्वविद्यालय परिसर में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला भी शीघ्र ही स्थापित की जायेगी और किसानों को इसकी सुविधा दी जायेगी. साथ ही प्लांट हैल्थ क्लीनिक की शुरूआत करेंगे. जिससे कृषक अपने पौधों की जांच कराके अपनी फसल को रोगों और कीटों से बचा सकें. विश्वविद्यालय की आय बढ़ाने के लिए प्रयास किए जायेंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय (meerut agricultural university) फार्म की आय बढ़ाने हेतु वहां पर अधिक से अधिक बीज उत्पादन करने की व्यवस्था की जाएगी. जिससे विश्वविद्यालय में रिसोर्स जनरेशन बढ़ सके. कार्यक्रम में इस बीच प्रदेश सरकार समेत केंद्र सरकार के मंत्रियों के भी आने की उम्मीद है. केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन करेंगे. जबकि प्रदेश सरकार के मंत्री बलदेव औलख समापन कार्यक्रम में भाग लेंगे.


पढ़ें- सिद्धार्थनगर में मैरिज हॉल का पिलर गिरने से दो की मौत, चार घायल

मेरठ: सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि और प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में 18 अक्टूबर से कृषि कुंभ का आयोजन (Krishi Kumbh organized in meerut) होगा. इस वर्ष अखिल भारतीय किसान मेला और कृषि उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में 18 से 20 अक्टूबर तक होगा. इसमें 6 राज्यों से कृषि वैज्ञानिक और खेती किसानी से संबंधित लोग भाग लेंगे. इसके साथ ही 150 कंपनियों के इस मेले में शामिल होने की संभावना है.

मेरठ विश्वविद्यालय (Krishi Kumbh organized in meerut university) में 6 राज्यों के कृषि विशेषज्ञों समेत कृषि वैज्ञानिकों को आमंत्रित किया गया है. इस मेले में देश भर की 150 कंपनियां कृषि विश्वविद्यालय में स्टॉल लगाएंगी और किसानों को जागरुक भी करेंगे. यूनिवर्सिटी कुलपति के के सिंह ने बताया कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी मेरठ में नये कृषि से संबंधित तकनीकी ज्ञान से किसानों का उत्साहवर्धन और हमारे क्षेत्र के किसानों को तकनीकी सम्पन्न बनाने का प्रयास करेंगी. इसके साथ ही किसानों की आय बढ़ाने के लिए जानकारी दी जायेगी.

जानकारी देते मेरठ विश्वविद्यालय कुलपति के के सिंह
इस मेले की मुख्य थीम "समेकित कृषि समृद्ध किसान " है. किसान मेले का आयोजन किसानों के लिए है. इसमें कृषि क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों और खेती बाड़ी से जुड़े लोगों को जानकारी दी जाएगी. मेले में फसल अवशेष प्रबन्धन, मिलट्स ऑफ द ईयर-2023 प्राकृतिक खेती, कृषि विविधीकरण, महिला सशक्तिकरण ड्रेगन फ्रूट्स का उत्पादन तकनीक और उसका प्रदर्शन डॉग शॉ, बेरोजगार युवकों के लिए उद्यमिता विकास की पूर्ण जानकारी से सम्बंधित विशेष 150 स्टॉल लगाए जाएंगे. इन स्टॉलों के जरिए किसानों को जागरुक किया जाएगा. मेले में कई प्रकार की मशीनों को प्रदर्शित भी किया जायेगा. खेती की बढ़ती लागत और इसके हिसाब से फसलों का लाभकारी मूल्य न मिल पाना किसानों की प्रमुख समस्या है. खेती और पशुपालन को कैसे लाभकारी बनाया जाए, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और इनका जरूरत के मुताबिक इनका बेहतर उपयोग कैसे किया जाए. इस बारे में अन्नदाता जानकारी दी जाएगी.पढ़ें- गजब करिश्मा! अलीगढ़ के इस मंदिर में शिवलिंग पर उभरा चेहरा, देखें Video


कुलपति डॉ केके सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि युवाओं की बेरोजगारी को दूर करने के लिए स्टार्टअप और अन्य रोजगार वाले तकनीकों का ज्ञान विद्यार्थियों को देंगे. जिससे वो स्टार्टअप की ओर सोचे और उद्यमिता की तरफ बढ़े. जिससे क्षेत्र के लोगों को स्वरोजगार मिल सकेगा और वो दूसरे को भी रोजगार दे सकेंगे. उन्होंने कहा कि कस्टम हायर सेंटर बनाने का प्रयास करेंगे. जिससे किसानों को इम्पलीमेंट और अन्य कृषि संबंधी सहायता इन केन्द्रों से मिल सके. विश्वविद्यालय परिसर में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला भी शीघ्र ही स्थापित की जायेगी और किसानों को इसकी सुविधा दी जायेगी. साथ ही प्लांट हैल्थ क्लीनिक की शुरूआत करेंगे. जिससे कृषक अपने पौधों की जांच कराके अपनी फसल को रोगों और कीटों से बचा सकें. विश्वविद्यालय की आय बढ़ाने के लिए प्रयास किए जायेंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय (meerut agricultural university) फार्म की आय बढ़ाने हेतु वहां पर अधिक से अधिक बीज उत्पादन करने की व्यवस्था की जाएगी. जिससे विश्वविद्यालय में रिसोर्स जनरेशन बढ़ सके. कार्यक्रम में इस बीच प्रदेश सरकार समेत केंद्र सरकार के मंत्रियों के भी आने की उम्मीद है. केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन करेंगे. जबकि प्रदेश सरकार के मंत्री बलदेव औलख समापन कार्यक्रम में भाग लेंगे.


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