मेरठ: दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर से बुधवार को अपने गांव सिसौली के लिए रवाना हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का मेरठ में जोरदार स्वागत हुआ. इस दौरान उनके काफिले पर फूलों की बरसात हुई.
मेरठ में राकेश टिकैत ने कहा कि यह सभी की जीत है. इस जीत में सफाई कर्मचारी, किसान, डॉक्टरों और जनता ने पूरा सहयोग दिया. कृषि कानून वापस हो चुके हैं. एमएसपी पर गारंटी कानून, बॉर्डर पर शहीद हुए किसानों को मुआवजा दिए जाने के लिए सरकार को प्रस्ताव दिया गया है. कृषि कानून वापस होना, देश के किसानों की बड़ी जीत है. सभी किसान अपने घर पहुंचकर जश्न मनाएंगे. पांच बजे के बाद सिवाया टोल प्लाजा को पूरी तरह टोल कर्मियों के हैंड ओवर कर दिया गया.
विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि चुनाव लड़ने का कोई विचार नहीं है. किसान हित में ही लड़ाई लड़ी जाएगी. सरकार को 15 जनवरी तक का समय दिया गया है. अभी धरना पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि स्थगित किया गया है. दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक 15 जनवरी को होगी. इसमें 40 से 50 किसान नेता शामिल होंगे. उसमें चर्चा होगी कि किसानों ने आंदोलन से क्या खोया और क्या पाया. संयुक्त किसान मोर्चा जो भी फैसला लेगा, उसके अनुसार काम किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- भारतरत्न लौहपुरुष ने भारत को हमेशा एकता के सूत्र में बांधे रखा: सीएम योगी आदित्यनाथ
टिकैत ने कहा कि आज जश्न का समय है, घर जाएं और जश्न मनाएं. उन्होंने सिवाया टोल प्लाजा पर छह महीने से चल रहा धरना समाप्त करने की घोषणा की. किसान आंदोलन स्थगित करने की घोषणा के बाद गाजीपुर बॉर्डर से आखिरी जत्थे के साथ अपने घर मुजफ्फरनगर के लिए निकले टिकैत ने मेरठ में कहा है कि घर वापसी हो रही है.
किसान आंदोलन से किसान और नौजवान जाग गए हैं. इस दौरान नौजवान और किसानों की ट्रेनिंग हुई है. यहां कुछ होर्डिंग्स पर अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के साथ राकेश टिकैत की फोटो लगी होने को लेकर जब उनसे पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उनकी फोटो नहीं लगायी जानी चाहिए.
वहीं मुजफ्फरनगर में राकेश टिकैत ने कहा कि हम किसी का समर्थन नहीं कर रहे हैं, अपना खेत अपने आप जोता है. वहीं राजनीति में जाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि हम राजनीति में जाने वाले नहीं हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप