मथुरा: वृंदावन थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली गौरानगर कॉलोनी में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक शख्स ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर ली. बताया जा रहा है कि डेढ़ साल पहले उसकी नौकरी छूट गयी थी. इसके चलते वो डिप्रेशन का शिकार हो गया. रविवार देर शाम वो अपने कमरे गया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
मौका-ए-वारदात पर जांच करती वृंदावन पुलिस वृंदावन क्षेत्र की गौरानगर कालोनी में पुलिस के रिटायर्ड हेड कांस्टेबल सुरेशचंद गौड़ का 32 वर्षीय बेटा सचिन गौड़ रहता था. परिजनों के अनुसार सचिन एक कालेज में नौकरी करता था. कोरोना महामारी के चलते उसकी नौकरी छूट गयी और इसके बाद से वो लगातार मानसिक तनाव में चल रहा था.रविवार शाम करीब 5 बजे उसने अपने घर की पहली मंजिल पर बने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. इसके बाद उसने पंखे के कुंदे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. जब कई बार आवाज देने पर कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो घर पर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गयी. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. जब कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो सचिन की लाश फंदे पर लटकी हुई मिली.
ये भी पढ़ें- दूसरी बार प्रेग्नेंट हैं नेहा धूपिया, सोशल मीडिया पर सितारों के बधाई देने की लगी होड़
सचिन नौकरी छूटने के बाद से परेशान चल रहा था. वो मानसिक तनाव से ग्रस्त था. परिजनों ने भी उसको समझाने की कई बार कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. पुलिस इस मामले में हर पहलू से छानबीन कर रही है.