मथुरा: सूरत में एक कोचिंग सेंटर पर हुए दर्दनाक हादसे के बाद जिला प्रशासन सचेत हो गया है. सुरक्षा के चलते मथुरा में जिला विद्यालय निरीक्षक ने कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण करने की जहमत उठाई. इसके अंतर्गत मथुरा शहर ब्लॉक के नोडल प्रभारी संतोष सारस्वत ने शहर में चल रही प्राइवेट एकेडमी और कोचिंग सेंटरों का औचक निरीक्षण किया.
नोडल प्रभारी ने करीब आठ कोचिंग सेंटर्स का निरीक्षण किया, जिनमें से अधिकतर कोचिंग सेंटरों में अग्निशमन यंत्र सुरक्षा के उपकरण आदि लगे हुए मिले. सूरत कांड के बाद मथुरा में प्रशासन की हिदायत के बाद कोचिंग सेंटरों में धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिल रहा है.
सूरत हादसे के बाद सचेत हुआ मथुरा जिला प्रशासन
- बीते दिनों सूरत में हुए अग्निकांड के बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी और प्रशासन ने मथुरा में कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण करने की जहमत उठाई.
- इसी क्रम में मंगलवार को मथुरा शहर ब्लॉक के नोडल प्रभारी संतोष सारस्वत ने शहर की प्रमुख कोचिंग और एकेडमियों का निरीक्षण किया.
- जिसमें अग्निशमन यंत्र, छात्रों की क्षमता एग्जिट गेट के अलावा आदि सुरक्षा उपकरणों के बारे में जानकारी ली गई.
- जिनमें से अधिकतर कोचिंग सेंटरों में अग्निशमन यंत्र सुरक्षा के उपकरण आदि लगे हुए मिले.
सूरत में हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन सख्त हो गया है. प्रशासन के निर्देश पर ही ये जांच की जा रही है, जिसमें अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे है. बहुत से कोचिंग सेंटरों में पहले अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था नहीं थी लेकिन अब उन्होंने भी अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था कर ली है.
- संतोष सारस्वत, नोडल अधिकारी