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क्या यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में हरिशंकर तिवारी के सहारे पार होगी समाजवादी पार्टी की नैया

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के परिवार के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पार्टी को क्या वाकई फायदा होगा. इसको लेकर ईटीवी भारत ने राजनीतिक विश्लेषक योगेश मिश्र से बात की.

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Published : Dec 13, 2021, 6:40 PM IST

हरिशंकर तिवारी परिवार सपा में
हरिशंकर तिवारी परिवार सपा में

लखनऊ: पूर्वांचल में बड़े ब्राह्मण नेताओं में शुमार पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी का परिवार सपा में शामिल हो गया. ऐसे में सत्ता के गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई कि क्या पूर्वांचल सहित अन्य जगहों पर हरिशंकर तिवारी के सहारे समाजवादी पार्टी अपना वोट बैंक बढ़ाकर सत्ता की कुर्सी पर काबिज हो पाएगी.

जानकारी देते राजनीतिक विश्लेषक योगेश मिश्र

भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर ब्राह्मणों की उपेक्षा, उत्पीड़न का आरोप विपक्षी दल लगा रहे हैं. ऐसे में ब्राह्मण समाज को जोड़ने में समाजवादी पार्टी की हरि शंकर तिवारी कितनी मदद कर पाएंगे. इस पर सबकी नजर है. तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी ने सपा में शामिल होने के बाद भाजपा पर हमला बोला और ब्राह्मण समाज को सपा से जोड़ने का संकल्प भी लिया.

उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज का उत्पीड़न भाजपा सरकार में जमकर हुआ है और वो ब्राह्मण समाज को जगाने के लिए प्रदेश भर में कार्यक्रम करके लोगों को एकजुट करने का काम करेंगे और समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने में सहयोग करेंगे. उन्होंने भाजपा सरकार पर ब्राह्मण समाज से जुड़े लोगों की हत्या का आरोप भी लगाया.


हरि शंकर तिवारी के परिवार का सपा में शामिल होने पर ईटीवी भारत ने राजनीतिक विश्लेषक योगेश मिश्र से बात की. उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के ब्राह्मणों में हरि शंकर तिवारी परिवार की पकड़ अच्छी है. गोरखपुर मंडल, बस्ती मंडल सिद्धार्थ नगर मंडल और आजमगढ़ मंडल में जो ब्राह्मण हैं, वो इस परिवार पर विश्वास करते हैं. उनके परिवार के लोग एक दो सीट पर सीधा फायदा पहुंचाने में सफल हो सकते हैं. हरि शंकर तिवारी का परिवार ब्राह्मणों को समाजवादी पार्टी के पक्ष में ला सकता हैं.

ये भी पढ़ें- वाराणसी: जानें सबसे पहले पीएम क्यों गए काल भैरव मंदिर और क्यों किया गुप्त पूजन

राजनीतिक विश्लेषक योगेश मिश्र कहते हैं कि इस चुनाव में ब्राह्मण इकलौता ऐसा वर्ग है, जो भारतीय जनता पार्टी से नाराज है. उम्मीद है ब्राह्मण इस विधानसभा चुनाव में बहुत सोच समझकर वोट देंगे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अभी बढ़त में दिख रहे हैं.

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लखनऊ: पूर्वांचल में बड़े ब्राह्मण नेताओं में शुमार पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी का परिवार सपा में शामिल हो गया. ऐसे में सत्ता के गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई कि क्या पूर्वांचल सहित अन्य जगहों पर हरिशंकर तिवारी के सहारे समाजवादी पार्टी अपना वोट बैंक बढ़ाकर सत्ता की कुर्सी पर काबिज हो पाएगी.

जानकारी देते राजनीतिक विश्लेषक योगेश मिश्र

भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर ब्राह्मणों की उपेक्षा, उत्पीड़न का आरोप विपक्षी दल लगा रहे हैं. ऐसे में ब्राह्मण समाज को जोड़ने में समाजवादी पार्टी की हरि शंकर तिवारी कितनी मदद कर पाएंगे. इस पर सबकी नजर है. तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी ने सपा में शामिल होने के बाद भाजपा पर हमला बोला और ब्राह्मण समाज को सपा से जोड़ने का संकल्प भी लिया.

उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज का उत्पीड़न भाजपा सरकार में जमकर हुआ है और वो ब्राह्मण समाज को जगाने के लिए प्रदेश भर में कार्यक्रम करके लोगों को एकजुट करने का काम करेंगे और समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने में सहयोग करेंगे. उन्होंने भाजपा सरकार पर ब्राह्मण समाज से जुड़े लोगों की हत्या का आरोप भी लगाया.


हरि शंकर तिवारी के परिवार का सपा में शामिल होने पर ईटीवी भारत ने राजनीतिक विश्लेषक योगेश मिश्र से बात की. उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के ब्राह्मणों में हरि शंकर तिवारी परिवार की पकड़ अच्छी है. गोरखपुर मंडल, बस्ती मंडल सिद्धार्थ नगर मंडल और आजमगढ़ मंडल में जो ब्राह्मण हैं, वो इस परिवार पर विश्वास करते हैं. उनके परिवार के लोग एक दो सीट पर सीधा फायदा पहुंचाने में सफल हो सकते हैं. हरि शंकर तिवारी का परिवार ब्राह्मणों को समाजवादी पार्टी के पक्ष में ला सकता हैं.

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राजनीतिक विश्लेषक योगेश मिश्र कहते हैं कि इस चुनाव में ब्राह्मण इकलौता ऐसा वर्ग है, जो भारतीय जनता पार्टी से नाराज है. उम्मीद है ब्राह्मण इस विधानसभा चुनाव में बहुत सोच समझकर वोट देंगे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अभी बढ़त में दिख रहे हैं.

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