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मां काली को सिगरेट पीते हुए दर्शाए जाने पर क्या बोले आरएलडी महासचिव, देखिये खास रिपोर्ट

राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने 'ईटीवी भारत' से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उदयपुर और अमरावती की हिंसा के साथ नूपुर शर्मा और फिल्म काली के लिए मां काली के सिगरेट पीते हुए पोस्टर पर भी अपनी राय रखी.

राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी
राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी
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Published : Jul 5, 2022, 11:52 PM IST

Updated : Jul 6, 2022, 12:04 AM IST

लखनऊ : राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने 'ईटीवी भारत' से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अमित शाह और ओवैसी पर हमला बोला. उदयपुर और अमरावती की हिंसा के साथ नूपुर शर्मा और फिल्म काली के लिए मां काली के सिगरेट पीते हुए पोस्टर पर भी अपनी राय रखी. पेश है राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी से खास बातचीत.

सवाल : युवा पंचायत में क्या-क्या मुद्दे रहेंगे, अग्निवीर के अलावा?

जवाब : युवा पंचायत का उद्देश्य रोजगार का मुद्दा है. रोजगार की प्रॉब्लम बहुत है. सबसे ज्यादा इस देश में समस्या बेरोजगारी की है. मोदी जी आए थे तो दो करोड़ रोजगार की बात कर रहे थे. योगी पांच साल में 75 लाख की बात कर रहे थे. यह तमाम सवाल हैं और अग्निवीर में तो इतना खतरनाक काम किया है जो सेना में अपनी जान देता है, जो देश की रक्षा करता है जो आतंकवादियों से लड़ता है, जो पाकिस्तान और चीन से लड़ता है. कोई युवा अग्निवीर एक साल बाद मर जाता है तो उसकी विधवा को क्या मिलेगा? उसकी पत्नी कहां से खाएगी? उनकी नौकरी 15 साल होनी चाहिए और उनको पेंशन मिलनी चाहिए, वह अनिवार्य होना चाहिए.

बातचीत करते संवाददाता अखिल पांडेय


सवाल : सरकार भर्ती से तो पीछे नहीं हट रही है, डेट भी आ गई है. फतेहगढ़ में सितंबर माह में भर्ती होगी?

जवाब : सरकार भर्ती खोल रही है, उसका अपना तरीका है. सरकार ने इतना घटिया काम किया है कि अपनी योजना की वकालत के लिए सेना के तीन जनरलों को आगे कर दिया. ऐसा आज तक नहीं हुआ कि सेना के जनरल सरकार की वकालत कर रहे हों. सरकार के फैसलों की वकालत कर रहे हों. सरकार के नेताओं को मैं समझता हूं. निकम्मा तो नहीं कहूंगा, लेकिन यह जरूर कहूंगा कि अक्षम जरूर हैं. वह अपने ही फैसले को जनता के सामने नहीं रख पा रहे हैं, इसलिए उन्हें तीनों जनरलों को बुलाना पड़ा.

सवाल : मुंबई में जो सरकार बनाने और गिराने का एपिसोड चला, उसके बारे में क्या सोचते हैं?

जवाब : बाजार की ताकतें हावी हो गई हैं. बाजार ने कब्जा कर लिया है. हम लोग जब राजनीति में आए थे तो दुनिया बदलने की बात करते थे. अब दुनिया बदलने की बात खत्म हो गई. बाजार के लोगों ने हम पर कब्जा कर लिया. अब तो प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि आपको कोयला भी 10 परसेंट विदेशों का लेना ही पड़ेगा. विदेशों के कोयले का मतलब अडानी का कोयला. तो अब तो दुनिया यहां तक चली गई है तो अब क्या किया जा सकता है.

सवाल : भले ही विदेशी कोयला कोई भी राज्य ले रहा हो, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर विदेशी कोयला खरीदने से मना कर दिया था और खरीदा भी नहीं, क्या कहना है?


जवाब : अच्छी बात है, नहीं खरीदना चाहिए. मैं कहां कह रहा हूं कि योगी जी ने कोई बुरा काम किया. मैं तो प्रधानमंत्री कि इस बात पर कह रहा हूं कि राज्य को 10 परसेंट विदेशी कोयला खरीदना पड़ेगा. मैं तो कह रहा हूं कि क्या प्रधानमंत्री सेल्समैन हो गए हैं? प्रधानमंत्री को कहां जरूरत पड़ गई विदेश का कोयला बिकवाने की. गांधीजी विदेशी चीजों को जला रहे थे. यह कह रहे हैं कि विदेशी कोयला लाओ अरे अपने यहां कोयला उत्पादकों के लिए आपने खनन बंद कर रखे हैं? क्यों अपने कोयले का उत्पादन बंद कर रखा है? विदेशी कोयला खरीदने का मतलब यही है कि आपने कुछ बड़े उद्योगपतियों को कोयला का लाइसेंस दिया है जो वहां से कोयला लाएंगे.

सवाल : उदयपुर और अमरावती की घटना पर क्या सोचते हैं? स्टेटस लगाने से अगर गला काट दिया जाता है तो देश में किस तरह का माहौल बन रहा है?

जवाब : इसमें सबसे ज्यादा दोषी उदयपुर और इस तरह की घटनाओं के लिए भाजपा के फैसलों को ही कहूंगा. नूपुर शर्मा ने बयान दिया, नवीन जिंदल ने बयान दिया. उसी दिन उन पर कार्रवाई हो जाती. उनकी गिरफ्तारी हो जाती. किसी के लिए आप 20 साल पुराने केस के लिए ईडी भेज देते हो, किसी पर आप झूठी सीबीआई लगा देते हो. किसी भी समुदाय के भगवान को, जिसका लोग आदर करते हैं उसको गाली देने का काम करोगे तो जेल भेजने में क्या दिक्कत है?

सवाल : नूपुर ने तो उनकी किताबों में लिखे हुए शब्दों को कोट किया है, ऐसा उनका कहना है?

जवाब : यह कहीं किताबों में नहीं लिखा है जो भारतीय जनता पार्टी की किताब है उसी में लिखा हुआ है. मैं साफ तौर से कहूंगा कि भारतीय जनता पार्टी के जो प्रवक्ता टीवी पर बैठते हैं वह अज्ञानी लोग हैं. वह ध्यान नहीं रखते. उनको इतनी समझ होनी चाहिए कि किसी भी भावनाओं को ठेस पहुंचाना गलत है. सारा देश उसको देखता है. अगर वह उसी दिन गिरफ्तार हो गई होतीं तो कोई उदयपुर नहीं होता.

सवाल : एक फिल्मकार ने अभी काली फिल्म बनाई है. जिसमें एक पोस्टर लांच किया. उसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दर्शाया गया है, इस पर क्या कहेंगे?

जवाब: मैं कह रहा हूं अगर काली माता को कोई फिल्मकार सिगरेट पीते दिखाता है तो मैं उसे मूर्ख कहूंगा. ऐसी फिल्म को देखना नहीं चाहिए. ऐसे फिल्मकार को मैं नहीं मानता हूं. मैंने फिल्म नहीं देखी. मैंने पोस्टर नहीं देखा. मैं आपके बताए हुए पर कह रहा हूं. अगर किसी ने ऐसी फिल्म बनाई है और काली मां को सिगरेट पीते दिखाया है तो मैं उसे गलत मानता हूं. मैं छायाकार और फिल्मकार को बढ़िया नहीं मानता

ये भी पढ़ें : स्वतंत्र देव सिंह ने कहा 2024 तक प्रदेश के हर गांव और घर तक "टोटी" से पहुंचेगा पानी

सवाल : तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अमित शाह ने कहा है कि अगले 40 साल तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार रहेगी, क्या कहेंगे?

जवाब : अमित शाह और ओवैसी एक सिक्के के दो पहलू हैं. अमित शाह हमेशा ऐसी बात बोलेंगे जिस पर ओवैसी रिएक्ट करेगा. ओवैसी ऐसी बात बोलेगा जिस पर अमित शाह हमेशा रिएक्ट करेंगे. इस पर ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है. वह 40 साल चलें या चार साल चलें. जहां पर यह बात बोली गई है वहां केवल एक एमएलए है. वहां पर पहले दो तो बना लें तब 40 साल की बात करें

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लखनऊ : राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने 'ईटीवी भारत' से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अमित शाह और ओवैसी पर हमला बोला. उदयपुर और अमरावती की हिंसा के साथ नूपुर शर्मा और फिल्म काली के लिए मां काली के सिगरेट पीते हुए पोस्टर पर भी अपनी राय रखी. पेश है राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी से खास बातचीत.

सवाल : युवा पंचायत में क्या-क्या मुद्दे रहेंगे, अग्निवीर के अलावा?

जवाब : युवा पंचायत का उद्देश्य रोजगार का मुद्दा है. रोजगार की प्रॉब्लम बहुत है. सबसे ज्यादा इस देश में समस्या बेरोजगारी की है. मोदी जी आए थे तो दो करोड़ रोजगार की बात कर रहे थे. योगी पांच साल में 75 लाख की बात कर रहे थे. यह तमाम सवाल हैं और अग्निवीर में तो इतना खतरनाक काम किया है जो सेना में अपनी जान देता है, जो देश की रक्षा करता है जो आतंकवादियों से लड़ता है, जो पाकिस्तान और चीन से लड़ता है. कोई युवा अग्निवीर एक साल बाद मर जाता है तो उसकी विधवा को क्या मिलेगा? उसकी पत्नी कहां से खाएगी? उनकी नौकरी 15 साल होनी चाहिए और उनको पेंशन मिलनी चाहिए, वह अनिवार्य होना चाहिए.

बातचीत करते संवाददाता अखिल पांडेय


सवाल : सरकार भर्ती से तो पीछे नहीं हट रही है, डेट भी आ गई है. फतेहगढ़ में सितंबर माह में भर्ती होगी?

जवाब : सरकार भर्ती खोल रही है, उसका अपना तरीका है. सरकार ने इतना घटिया काम किया है कि अपनी योजना की वकालत के लिए सेना के तीन जनरलों को आगे कर दिया. ऐसा आज तक नहीं हुआ कि सेना के जनरल सरकार की वकालत कर रहे हों. सरकार के फैसलों की वकालत कर रहे हों. सरकार के नेताओं को मैं समझता हूं. निकम्मा तो नहीं कहूंगा, लेकिन यह जरूर कहूंगा कि अक्षम जरूर हैं. वह अपने ही फैसले को जनता के सामने नहीं रख पा रहे हैं, इसलिए उन्हें तीनों जनरलों को बुलाना पड़ा.

सवाल : मुंबई में जो सरकार बनाने और गिराने का एपिसोड चला, उसके बारे में क्या सोचते हैं?

जवाब : बाजार की ताकतें हावी हो गई हैं. बाजार ने कब्जा कर लिया है. हम लोग जब राजनीति में आए थे तो दुनिया बदलने की बात करते थे. अब दुनिया बदलने की बात खत्म हो गई. बाजार के लोगों ने हम पर कब्जा कर लिया. अब तो प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि आपको कोयला भी 10 परसेंट विदेशों का लेना ही पड़ेगा. विदेशों के कोयले का मतलब अडानी का कोयला. तो अब तो दुनिया यहां तक चली गई है तो अब क्या किया जा सकता है.

सवाल : भले ही विदेशी कोयला कोई भी राज्य ले रहा हो, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर विदेशी कोयला खरीदने से मना कर दिया था और खरीदा भी नहीं, क्या कहना है?


जवाब : अच्छी बात है, नहीं खरीदना चाहिए. मैं कहां कह रहा हूं कि योगी जी ने कोई बुरा काम किया. मैं तो प्रधानमंत्री कि इस बात पर कह रहा हूं कि राज्य को 10 परसेंट विदेशी कोयला खरीदना पड़ेगा. मैं तो कह रहा हूं कि क्या प्रधानमंत्री सेल्समैन हो गए हैं? प्रधानमंत्री को कहां जरूरत पड़ गई विदेश का कोयला बिकवाने की. गांधीजी विदेशी चीजों को जला रहे थे. यह कह रहे हैं कि विदेशी कोयला लाओ अरे अपने यहां कोयला उत्पादकों के लिए आपने खनन बंद कर रखे हैं? क्यों अपने कोयले का उत्पादन बंद कर रखा है? विदेशी कोयला खरीदने का मतलब यही है कि आपने कुछ बड़े उद्योगपतियों को कोयला का लाइसेंस दिया है जो वहां से कोयला लाएंगे.

सवाल : उदयपुर और अमरावती की घटना पर क्या सोचते हैं? स्टेटस लगाने से अगर गला काट दिया जाता है तो देश में किस तरह का माहौल बन रहा है?

जवाब : इसमें सबसे ज्यादा दोषी उदयपुर और इस तरह की घटनाओं के लिए भाजपा के फैसलों को ही कहूंगा. नूपुर शर्मा ने बयान दिया, नवीन जिंदल ने बयान दिया. उसी दिन उन पर कार्रवाई हो जाती. उनकी गिरफ्तारी हो जाती. किसी के लिए आप 20 साल पुराने केस के लिए ईडी भेज देते हो, किसी पर आप झूठी सीबीआई लगा देते हो. किसी भी समुदाय के भगवान को, जिसका लोग आदर करते हैं उसको गाली देने का काम करोगे तो जेल भेजने में क्या दिक्कत है?

सवाल : नूपुर ने तो उनकी किताबों में लिखे हुए शब्दों को कोट किया है, ऐसा उनका कहना है?

जवाब : यह कहीं किताबों में नहीं लिखा है जो भारतीय जनता पार्टी की किताब है उसी में लिखा हुआ है. मैं साफ तौर से कहूंगा कि भारतीय जनता पार्टी के जो प्रवक्ता टीवी पर बैठते हैं वह अज्ञानी लोग हैं. वह ध्यान नहीं रखते. उनको इतनी समझ होनी चाहिए कि किसी भी भावनाओं को ठेस पहुंचाना गलत है. सारा देश उसको देखता है. अगर वह उसी दिन गिरफ्तार हो गई होतीं तो कोई उदयपुर नहीं होता.

सवाल : एक फिल्मकार ने अभी काली फिल्म बनाई है. जिसमें एक पोस्टर लांच किया. उसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दर्शाया गया है, इस पर क्या कहेंगे?

जवाब: मैं कह रहा हूं अगर काली माता को कोई फिल्मकार सिगरेट पीते दिखाता है तो मैं उसे मूर्ख कहूंगा. ऐसी फिल्म को देखना नहीं चाहिए. ऐसे फिल्मकार को मैं नहीं मानता हूं. मैंने फिल्म नहीं देखी. मैंने पोस्टर नहीं देखा. मैं आपके बताए हुए पर कह रहा हूं. अगर किसी ने ऐसी फिल्म बनाई है और काली मां को सिगरेट पीते दिखाया है तो मैं उसे गलत मानता हूं. मैं छायाकार और फिल्मकार को बढ़िया नहीं मानता

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सवाल : तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अमित शाह ने कहा है कि अगले 40 साल तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार रहेगी, क्या कहेंगे?

जवाब : अमित शाह और ओवैसी एक सिक्के के दो पहलू हैं. अमित शाह हमेशा ऐसी बात बोलेंगे जिस पर ओवैसी रिएक्ट करेगा. ओवैसी ऐसी बात बोलेगा जिस पर अमित शाह हमेशा रिएक्ट करेंगे. इस पर ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है. वह 40 साल चलें या चार साल चलें. जहां पर यह बात बोली गई है वहां केवल एक एमएलए है. वहां पर पहले दो तो बना लें तब 40 साल की बात करें

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Last Updated : Jul 6, 2022, 12:04 AM IST
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