लखनऊ: धर्म संसद में भड़काऊ और विवादित बयानों से देश में हुए हंगामे के बीच जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने भड़काऊ बयानों की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है. त्यागी ने कहा कि इसका दोषी हमें माना जाए और हरिद्वार के जेल के दरवाजे मेरे लिए खोल दिए जाएं. मैं हरिद्वार जा रहा हूं और मुझे गिरफ्तार करके मुसलमानों को सम्मानित किया जाए.
जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने कहा कि पाकिस्तान को खुश करने के लिए धर्म संसद में मौजूद संतों के ऊपर मुकदमे दर्ज हो रहे हैं. त्यागी ने कहा की धर्म संसद क्या हो गई, पाकिस्तान के लिए आफत हो गई. उन्होंने कहा कि एक नहीं, अब हजारों धर्म संसद होंगी. संतो का अपमान किया जा रहा है. कोई संत दोषी नहीं है. अगर किसी को संत की बात में अपराध दिखाई दे रहा है, तो उसका जिम्मेदार मैं हूं.
उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें दोषी माना जाए. मैं हरिद्वार जा रहा हूं. वहां की जेल के दरवाजे मेरे लिए खोल दिए जाएं. पुष्कर सिंह धामी को यूपी के सीएम से कुछ सीख लेनी चाहिए. उनको सीखना चाहिए कि प्रदेश कैसे चलाया जाता है और सनातन धर्म की रक्षा कैसे की जाती है.
उत्तराखंड के हरिद्वार में 17 दिसंबर से 19 दिसंबर तक धर्म संसद हुई थी. इसमें मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे बयान दिए गए थे. हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण का वीडियो सामने आने के बाद बवाल मच गया था. इस धर्म संसद में एक वक्ता ने कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए हिंदुओं को हथियार उठाने की जरूरत है. किसी भी हालत में देश में मुस्लिम प्रधानमंत्री न बने. मुस्लिम आबादी बढ़ने पर रोक लगानी होगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप