हैदराबाद(न्यूज डेस्क): महोबा के क्रशर व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या के मामले (Businessman Indrakant Tripathi Death Case) में फरार चल रहे पूर्व आइपीएस मणिलाल पाटीदार की दो संपत्तियों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने कुर्क किया है. मणिलाल पाटीपर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित है. मणिलाल पाटीदार 2014 बैच के आइपीएस अधिकारी थे. पुलिस ने उनकी एक कार को भी कुर्क कर दिया है. पिछले महीने कोर्ट के आदेश के बाद यह कार्रवाई की गई है.
चित्रकूट के आईजी के सत्यनारायण ने बताया कि कोर्ट से आदेश मिलने के बाद एक टीम राजस्थान पहुंची और डूंगरपुर जिला अधिकारी से मुलाकात कर कोर्ट को कुर्क करने की कॉपी सौंपी. जिला अधिकारी ने पूरी प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए पुलिस को सहयोग करने आदेश दिया.
उन्होंने कहा कि डूंगरपुरव के जिला अधिकारी ने निर्देश दिया कि पाटीदार के अहमदाबाद गुजरात के अपार्टमेंट और फ्लैट को भी कुर्क किया जाए. पाटीदार का पैतृक आवास डूंगरपुर के सागवारा एरिया में है, जहां उसके माता पिता पत्नी बच्चे और दो भाई पूरा परिवार रहता है. मणिलाल पाटीदार के चाचा भी उसी घर में रहते हैं.
इसे भी पढ़ें: एक लाख के इनामी IPS मणिलाल को गिरफ्तार नहीं करना चाहती STF !, उठ रहे सवाल
जांच अधिकारी एसपी आशुतोष मिश्रा ने बताया कि पाटीदार के घर का एक हिस्सा कुर्क किया जा चुका है. मणिलाल पाटीदार के फरार होने के बाद यूपी पुलिस कोर्ट पहुंची और उसकी संपत्ति को सीज करने के आदेश की मांग की थी. मणिलाल पाटीदार पिछले साल सिंतबर महीने से फरार चल रहे हैं.
विवेचक एसपी क्राइम आशुतोष त्रिपाठी का कहना है कि उसने कई महीने पहले पत्नी के एकाउंट में 17 लाख ट्रांसफर किए थे. अब इसके पकड़े जाने के बाद पता चलेगा कि इतने रुपये कहा से आए. साथ ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा में मणिलाल का खाता है. दोनों की जांच में पत्नी के खाते में ट्रांसफर का पता चला है. कुछ खातों के बारे में सम्बंधित बैंक से जानकारी जुटाई जा रही है. पिता पत्नी और अन्य के खाते भी खंगाले जा रहे हैं. एसटीएफ तलाश में लगी हुई है. उसके पहले राजस्थान में उसकी लगभग करोड़ों की जमीन एसआईटी ने पता लगाया है, और उसके गांव मे भी संपत्ति चिन्हित की जा रही है.
इसे भी पढ़ें: भगोड़े IPS मणिलाल का अब बैंक खाता होगा सीज, पत्नी के खाते में ट्रांसफर किए थे 17 लाख
बता दें कि महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को 8 सितंबर 2020 को संदिग्ध परिस्थतियों में गोली लगी थी. 13 सितंबर 2020 को उनकी मौत हो गई. इससे पूर्व 7 सितंबर 2020 को इंद्रकांत ने एक वीडियो जारी कर पाटीदार पर संगीन आरोप लगाते हुए खुद की हत्या की आशंका जताई थी. कारोबारी ने आरोप लगाया था कि पाटीदार ने कारोबार करने के लिए उनसे 6 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसे न देने पर हत्या कराने या जेल भेजने की धमकी दी थी. क्रशर कारोबारी की मौत के बाद उनके भाई रविकांत ने महोबा के पूर्व SP मणिलाल पाटीदार, कबरही थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर देवेंद्र, कांस्टेबल अरुण और दो अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. मामले में निलंबित आईपीएस मणिलाल बीते 9 माह से फरार चल रहा है. मणिलाल को छोड़कर सभी जेल में हैं.
महोबा में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार पर वसूली के गंभीर आरोप लगाए थे, जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. इसके बाद इंद्रकांत घायल अवस्था में मिले, जहां कानपुर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. वहीं इस मामले के बाद मणिलाल पाटीदार को निलंबित करते हुए इसकी जांच एसआईटी को सौंपी गई. मामले में उन पर हत्या का मामला भी दर्ज हो चुका है.
इंद्रकांत के भाई रविकांत ने मणिलाल पाटीदार, कबरई के थाना प्रभारी देवेंद्र शुक्ला, सिपाही अरुण यादव, व्यापारी ब्रह्मनंद और नरेश सोनी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था. रविकांत ने मणिलाल पाटीदार द्वारा मृतक व्यापारी से पांच लाख महीने का एक्सटॉर्शन मांगने का आरोप लगाया था. शिकायत के बाद शासन ने मणिलाल पाटीदार को सेवा से निलंबित कर दिया था. तब से पुलिस पाटीदार की गिरफ्तारी के लिए हाथ-पैर मार रही है.
इसे भी पढ़ें: भगोड़े IPS मणिलाल की 60 करोड़ की संपत्ति चिन्हित
मूलतः राजस्थान के डूंगरपुर के रहने वाले मणिलाल पाटीदार साल 2014 बैच के IPS अफसर हैं. लखनऊ स्थित भ्रष्टाचार निवारण की अदालत ने मणिलाल पाटीदार के खिलाफ वारंट जारी कर रखा है. उसकी गिरफ्तारी के लिए आईजी रेंज के स्तर से एसआईटी तक गठित है.