लखनऊ: योगी सरकार का भ्रष्टाचार पर प्रहार लगातार जारी है. वर्ष 1997 बैच के पीसीएस अफसर हरिश्चंद्र को दायित्व निर्वहन में अनियमितता का दोषी पाए जाने के कारण सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी दी.
आरोपी पीसीएस अफसर को सचिव नोएडा विकास प्राधिकरण के पद पर तैनाती के दौरान प्राधिकरण को अर्जित एवं कब्जा प्राप्त भूमि को नियम विरुद्ध लीज पर देने का दोषी पाया गया. भूखंड आवंटन में हेराफेरी करने के इनके ऊपर गंभीर आरोप हैं. शासन ने यह कार्यवाही नोएडा की सीईओ रितु माहेश्वरी को रिपोर्ट पर की.
मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरिश्चंद्र को पदच्युत करने के आदेश दिए. इसके साथ ही उनसे वित्तीय क्षति की वसूली के आदेश भी दिए गए. सरकार को नुकसान की वसूली भी उन से की जाएगी. मुख्यमंत्री कार्यालय से यह जानकारी ट्वीट के माध्यम से दी गई. हरिश्चंद्र पहले भी विवादों में रहे थे. आपको बता दें कि वर्ष 2018 में इनका नोएडा में रिटायर्ड कर्नल से विवाद हुआ था. इसके बाद उनको निलंबित कर दिया गया था.