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यूपी सरकार का दावा 80 हजार को रोजगार, जानिये पक्ष-विपक्ष में कैसे हुई तकरार - समाजवादी पार्टी की सरकार

उत्तर प्रदेश में श्रम एवं सेवायोजन विभाग (Labor and Employment Department) के सामने पिछले छह माह में 1.62 लाख बेरोजगार आए हैं जो कि पढ़े-लिखे हैं. इनमें से 80 हजार को रोजगार देने का दावा सरकार कर रही है.

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Published : Sep 22, 2022, 4:24 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में श्रम एवं सेवायोजन विभाग (Labor and Employment Department) के सामने पिछले छह माह में 1.62 लाख बेरोजगार आए हैं जो कि पढ़े-लिखे हैं. इनमें से 80 हजार को रोजगार देने का दावा सरकार कर रही है, जबकि विपक्ष का सरकार पर आरोप है कि सरकार के आंकड़े झूठे हैं. सपा ने साफ कहा है कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. जिस पर सरकार के पास कोई जवाब नहीं है और झूठे आंकड़े पेश करके केवल ख्याली पुलाव सरकार जनता को दिखाना चाह रही है. भारतीय जनता पार्टी ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि बेरोजगारी का आलम तब देखने वाला था जब समाजवादी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में हुआ करती थी. हमारी सरकार इस संबंध में लगातार बेहतर काम कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी की ओर से श्रम सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने विधान परिषद में यह आंकड़े रखे. उन्होंने बताया कि हमारे श्रम एवं रोजगार कार्यालयों में लगातार बेरोजगारों का पंजीकरण हो रहा है. लगभग 160,000 से अधिक पंजीकरण किए जा चुके हैं, यह संख्या जनवरी 2022 से लेकर जून 2022 तक की है. विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से रोजगार मेले लगाकर लाभान्वित भी किया जा रहा है. जिसके जरिए हम करीब 80,000 युवाओं को रोजगार से जुड़ चुके हैं. कुल बेरोजगारों में से 50 फीसदी को हम छह महीने में नौकरी दिला चुके हैं.

जानकारी देते संवाददाता ऋषि मिश्र

उत्तर प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों का असर दिखने लगा है. प्रदेश में अप्रैल 2022 में बेरोजगारी की दर घटकर 2.90 फीसदी रह गई, जो मार्च में 4.40 फीसदी थी. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की मासिक रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार उपलब्‍ध करवाने के मामले में दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्‍यों के मुकाबले यूपी आगे है. योगी आदित्यनाथ सरकार का दावा है कि पिछले पांच साल में युवाओं को पांच लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी गई हैं. सरकार पर आरोपों की बौछार भी की जा रही है.


समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा है कि सरकार लगातार झूठे आंकड़े पेश करके बेरोजगारों को बरगलाने का प्रयास कर रही है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लगातार बेरोजगारी बढ़ती जा रही है. अब तो सरकार सदन को भी गुमराह करने का प्रयास कर रही है.

यह भी पढ़ें : यूपी में कुपोषित बच्चों को नहीं मिल पा रहा योजनाओं का लाभ, यह है वजह

जवाब में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि हमारी सरकार लगातार नए रोजगार सृजन में लगी हुई है, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी मिल सके समाजवादी पार्टी का काम केवल आरोप लगाना है.

यह भी पढ़ें : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस बढ़ोतरी पर विधान परिषद में जमकर हंगामा, वेल में पहुंचे सपा के सदस्य

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में श्रम एवं सेवायोजन विभाग (Labor and Employment Department) के सामने पिछले छह माह में 1.62 लाख बेरोजगार आए हैं जो कि पढ़े-लिखे हैं. इनमें से 80 हजार को रोजगार देने का दावा सरकार कर रही है, जबकि विपक्ष का सरकार पर आरोप है कि सरकार के आंकड़े झूठे हैं. सपा ने साफ कहा है कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. जिस पर सरकार के पास कोई जवाब नहीं है और झूठे आंकड़े पेश करके केवल ख्याली पुलाव सरकार जनता को दिखाना चाह रही है. भारतीय जनता पार्टी ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि बेरोजगारी का आलम तब देखने वाला था जब समाजवादी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में हुआ करती थी. हमारी सरकार इस संबंध में लगातार बेहतर काम कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी की ओर से श्रम सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने विधान परिषद में यह आंकड़े रखे. उन्होंने बताया कि हमारे श्रम एवं रोजगार कार्यालयों में लगातार बेरोजगारों का पंजीकरण हो रहा है. लगभग 160,000 से अधिक पंजीकरण किए जा चुके हैं, यह संख्या जनवरी 2022 से लेकर जून 2022 तक की है. विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से रोजगार मेले लगाकर लाभान्वित भी किया जा रहा है. जिसके जरिए हम करीब 80,000 युवाओं को रोजगार से जुड़ चुके हैं. कुल बेरोजगारों में से 50 फीसदी को हम छह महीने में नौकरी दिला चुके हैं.

जानकारी देते संवाददाता ऋषि मिश्र

उत्तर प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों का असर दिखने लगा है. प्रदेश में अप्रैल 2022 में बेरोजगारी की दर घटकर 2.90 फीसदी रह गई, जो मार्च में 4.40 फीसदी थी. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की मासिक रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार उपलब्‍ध करवाने के मामले में दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्‍यों के मुकाबले यूपी आगे है. योगी आदित्यनाथ सरकार का दावा है कि पिछले पांच साल में युवाओं को पांच लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी गई हैं. सरकार पर आरोपों की बौछार भी की जा रही है.


समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा है कि सरकार लगातार झूठे आंकड़े पेश करके बेरोजगारों को बरगलाने का प्रयास कर रही है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लगातार बेरोजगारी बढ़ती जा रही है. अब तो सरकार सदन को भी गुमराह करने का प्रयास कर रही है.

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जवाब में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि हमारी सरकार लगातार नए रोजगार सृजन में लगी हुई है, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी मिल सके समाजवादी पार्टी का काम केवल आरोप लगाना है.

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