लखनऊ: रेलवे प्लेटफॉर्म और ट्रेन में भीख मांगने वाले बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा उठाने वाले यूपी पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रोहित यादव को डीजीपी डीएस चौहान (up dgp ds chauhan) ने पुलिस मुख्यालय में सम्मानित किया. डीजीपी ने बच्चों को पढ़ने के लिए किताबे, कॉपी व स्टेशनरी भी दी. बीते दिनों रोहित यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उनका ट्रांसफर हो जाने पर सैकड़ों बच्चे रोते हुए उन्हें न जाने के लिए कह रहे थे.
उन्नाव जीआरपी में तैनाती के दौरान हेड कॉन्स्टेबल रोहित यादव ने 4 साल पहले 5 बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे स्कूल की शुरुआत की थी. उन्होंने इन बच्चों को अपने पैसे से कॉपी और पेन खरीद कर दिए थे. इन्हें देखकर गांव के अन्य बच्चे भी पढ़ाई के लिए आगे आए. बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रोहित ने अपने खर्चे पर शिक्षक रखे. ट्रेन व प्लेटफार्म में भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ते-जोड़ते संख्या 100 के पार हो गई थी. इस लंबे सफर के बाद रविवार को रोहित का तबादला झांसी कर दिया गया.
सिपाही रोहित के तबादले की खबर जब सभी को पता चली, तो इन बच्चों की आंखें नम हो गई. गांव में एक तरफ जहां बैंड बाजा के साथ रोहित को विदाई की गई, वहीं दूसरी उनके जाने पर पूरा गांव रो पड़ा. सिपाही के विदाई के समय बच्चों के रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था.
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में जीआरपी सिपाही रोहित का तबादला होने पर स्कूली बच्चे रोने लगे. रोहित ने 4 साल पहले 5 बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे स्कूल की शुरुआत की थी. झुग्गियों में रहने वाले इन बच्चों को शिक्षा से जोड़ते-जोड़ते संख्या 100 के पार हो गई. इस लंबे सफर के बाद रविवार को रोहित का तबादला झांसी कर दिया गया.
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