लखनऊ: आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने जाली नोट देने का झांसा देकर लूट व ठगी की घटनाएं करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को झारखंड से गिरफ्तार किया है. दोनों ने प्रयागराज के सोरांव निवासी राजकुमार पटेल को 27 अक्टूबर को एनसीआर क्षेत्र में बुलाकर 90 लाख रुपये लूटने की बात स्वीकार की है. इससे पहले इसी गिरोह के दो अन्य लोगों को एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है.
एटीएस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी अनुज सिंह व रोहित उर्फ छोटू को यूपी एटीएस की वाराणसी यूनिट ने शुक्रवार को धनबाद, झारखंड से गिरफ्तार किया है. इन्होंने बताया कि इनका गिरोह लोगों को अच्छी गुणवत्ता वाले जाली नोट उपलब्ध कराने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था. इसके बाद जाली नोट का सौदा करने के दौरान जाल में फंसे व्यक्ति से नकदी लूटी जाती थी. यह गिरोह महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात व अन्य राज्यों में भी सक्रिय है.
यूपी एटीएस ने बीते साल इसी गिरोह के 2 सदस्य प्रतापगढ़ के अभिषेक सिंह व महाराष्ट्र के फूलचंद्र यादव को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए आरोपियों ने बताया था कि 27 अक्टूबर 2021 को प्रयागराज के कारोबारी राजकुमार पटेल को उन्होंने एनसीआर में बुलाकर उससे 90 लाख रुपये लूट लिए थे. इस लूट में गिरोह का सरगना सचिन, अनुज सिंह, रोहित उर्फ छोटू, अविनेन्द्र मिश्रा, हरिओम व माइकल सिंह यादव उर्फ मोंटी भी शामिल थे. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने सभी आरोपियों के ऊपर 25000 का ईनाम घोषित किया था.
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एटीएस के मुताबिक, ये गिरोह लोगों को नोट के आकार के कागज डाई से प्रिंट करके दिखाता था और बाद में उसे असली नोट थमा देता था. जाली नोट का सौदा करने वाले जब इस गिरोह के झांसे में आ जाते थे तो रकम के बदले चार गुना जाली नोट देने का दावा कर गिरोह लोगों को लूटने की योजना बनाता था और उन्हें किसी सुनसान इलाके में बुलाकर उनसे रुपये लूट लेता था.
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