लखनऊ: 'ईटीवी भारत' की खबर का बड़ा असर हुआ है. वाहन खरीदारों से ठगी करने वाले शोरूम मालिकों के खिलाफ परिवहन विभाग ने कार्रवाई की है. विभाग की तरफ से 'आरटीओ चार्ज' के नाम पर ठगी करने वाले डीलरों और सबडीलरों के पासवर्ड लॉक कर दिए गए हैं. अब वे कोई भी वाहन बेच नहीं पाएंगे. इसके अलावा सभी शोरूम मालिकों को विभाग की तरफ से नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है. विभाग ने दो सदस्यीय जांच टीम भी गठित की है जो पूरे मामले की बारीकी से जांच करेगी. जांच पूरी होने के बाद डीलरों और डीलरों का ट्रेड सर्टिफिकेट तक निरस्त किया जा सकता है.
ईटीवी भारत ने सोमवार को "आरटीओ चार्ज के नाम पर हर माह हो रहा करोड़ों का खेल, सो रहे अफसर ठगे जा रहे खरीदार" शीर्षक से खबर प्रसारित की थी. खबर प्रसारित होने के बाद शोरूम मालिकों में हड़कंप मच गया. परिवहन विभाग के अधिकारी भी हरकत में आए और वाहन खरीदारों को ठगने वाले शोरूम मालिकों के खिलाफ एक्शन लिया.
एआरटीओ (प्रशासन) अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि डीलरों के पासवर्ड लॉक कर दिए गए हैं. अब वे वाहन की बिक्री नहीं कर पाएंगे. डीलर प्वाइंट रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाएगा. इसके अलावा सभी को नोटिस जारी किया गया है कि इस मामले में वे अपना जवाब दाखिल करें. जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर संबंधित डीलर का ट्रेड सर्टिफिकेट भी निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी. डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद ने बताया कि मामले की गहनता से जांच कराई जा रही है. दो सदस्यीय टीम गठित की गई है.
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परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि सभी शोरूम मालिकों को निर्देश जारी किए गए हैं कि अपने शोरूम में वाहन की बिक्री से संबंधित किस-किस तरह का और कितना शुल्क लिया जा रहा है. वाहन स्वामी को कितना भुगतान करना है आदि जानकारी प्रदर्शित करें. ऐसा होने के बाद शोरूम पर वाहन खरीदने जाने वाले लोगों को इसकी जानकारी रहेगी कि उन्हें अपने वाहन के लिए कितना भुगतान करना है. इससे वे ठगी का शिकार होने से बच जाएंगे. बता दें कि लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश में शोरूम मालिक दोपहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री में आरटीओ चार्ज के नाम पर हर माह करोड़ों का खेल खेल रहे हैं. इसी का 'ईटीवी भारत' ने खुलासा किया जिस पर परिवहन विभाग ने कार्रवाई की.
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