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लखनऊ शहर में स्ट्रीट फूड का जायका हुआ तीखा, जानिए कैसे आम जनता की जेब पर बढ़ेगा बोझ

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Published : Jun 14, 2022, 7:49 PM IST

नगर निगम की तरफ से स्ट्रीट वेंडर्स को दिए जाने वाले लाइसेंस की फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है. जिसके बाद स्ट्रीट वेंडर्स को दिए जाने वाले लाइसेंस की फीस 2 गुना तक बढ़ा दी गई है. इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा.

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स्ट्रीट फूड प्वाइंट

लखनऊ: लखनऊ शहर में 1090 की चटोरी गली में स्ट्रीट फूड प्वाइंट पर स्वाद का मजा लेना अब आपको महंगा पड़ेगा. यह स्वाद आपकी जेब पर भारी पड़ने वाला है. बता दें कि नगर निगम की तरफ से स्ट्रीट वेंडर्स को दिए जाने वाले लाइसेंस की फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है. सबसे हैरानी की बात यह है कि नगर निगम के पार्षदों के विरोध के बावजूद भी इसे 2 गुना तक बढ़ा दिया गया है. इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा. निगम द्वारा की गई इस बढ़ोतरी को लेकर आपत्ति भी दर्ज कराई गई है. कुछ पार्षदों का कहना है कि लाइसेंस की फीस को दोगुना करना गलत होगा. इसमें 10 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी तो स्वीकार है.

यह बढ़ोतरी की गई: स्थिर फेरी से अभी तक 7200 रुपये शुल्क लिया जाता था. जिसे बढ़ाकर ₹14400 वार्षिक किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है. वहीं ठेलों से ₹3600 वार्षिक शुल्क लिया जाता था, जिसे बढ़ाकर 7200 रुपये किया जा रहा है. इसके अलावा साप्ताहिक बाजार में फल सब्जी की दुकान लगाने वालों से ₹50 प्रतिदिन का शुल्क लिया जाता था. उसे बढ़ाकर अब ₹100 किया जा रहा है. वहीं बड़े मोबाइल फूड बैंक का किराया ₹24000 से बढ़ाकर ₹48000 वार्षिक और छोटे मोबाइल फूट बैंक का किराया ₹18000 से बढ़ाकर ₹36000 वार्षिक किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है.

ये भी पढ़ें : लखनऊ नगर निगम सदन में कर्मचारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप, देखिए कैसे भिड़े कांग्रेस और भाजपा के पार्षद

शहर के यह नए स्ट्रीट फूड प्वाइंट: शहर में बीते दिनों कई नये स्ट्रीट फूड प्वाइंट्स विकसित हुए हैं. एक ओर जहां हजारों युवाओं को रोजगार का अवसर मिला है वहीं, कम खर्च में शहर के मध्यमवर्गीय परिवारों को आउटिंग का लुफ्त उठाने का मौका मिलता है. इनमें 1090 चौराहा की चटोरी गली, जनेश्वर मिश्र पार्क के आसपास का स्ट्रीट फूड प्वाइंट्स व पॉलिटेक्निक चौराहे के आसपास के फूड प्वाइंट प्रमुख हैं.

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लखनऊ: लखनऊ शहर में 1090 की चटोरी गली में स्ट्रीट फूड प्वाइंट पर स्वाद का मजा लेना अब आपको महंगा पड़ेगा. यह स्वाद आपकी जेब पर भारी पड़ने वाला है. बता दें कि नगर निगम की तरफ से स्ट्रीट वेंडर्स को दिए जाने वाले लाइसेंस की फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है. सबसे हैरानी की बात यह है कि नगर निगम के पार्षदों के विरोध के बावजूद भी इसे 2 गुना तक बढ़ा दिया गया है. इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा. निगम द्वारा की गई इस बढ़ोतरी को लेकर आपत्ति भी दर्ज कराई गई है. कुछ पार्षदों का कहना है कि लाइसेंस की फीस को दोगुना करना गलत होगा. इसमें 10 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी तो स्वीकार है.

यह बढ़ोतरी की गई: स्थिर फेरी से अभी तक 7200 रुपये शुल्क लिया जाता था. जिसे बढ़ाकर ₹14400 वार्षिक किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है. वहीं ठेलों से ₹3600 वार्षिक शुल्क लिया जाता था, जिसे बढ़ाकर 7200 रुपये किया जा रहा है. इसके अलावा साप्ताहिक बाजार में फल सब्जी की दुकान लगाने वालों से ₹50 प्रतिदिन का शुल्क लिया जाता था. उसे बढ़ाकर अब ₹100 किया जा रहा है. वहीं बड़े मोबाइल फूड बैंक का किराया ₹24000 से बढ़ाकर ₹48000 वार्षिक और छोटे मोबाइल फूट बैंक का किराया ₹18000 से बढ़ाकर ₹36000 वार्षिक किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है.

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शहर के यह नए स्ट्रीट फूड प्वाइंट: शहर में बीते दिनों कई नये स्ट्रीट फूड प्वाइंट्स विकसित हुए हैं. एक ओर जहां हजारों युवाओं को रोजगार का अवसर मिला है वहीं, कम खर्च में शहर के मध्यमवर्गीय परिवारों को आउटिंग का लुफ्त उठाने का मौका मिलता है. इनमें 1090 चौराहा की चटोरी गली, जनेश्वर मिश्र पार्क के आसपास का स्ट्रीट फूड प्वाइंट्स व पॉलिटेक्निक चौराहे के आसपास के फूड प्वाइंट प्रमुख हैं.

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