लखनऊ: राजधानी के आशियाना स्थित लोकबंधु अस्पताल में जल्द ही गर्भ से जुड़ी महत्वपूर्ण टारगेटेड इमेजिंग फॉर फीटल एनामलीस (टीफा टेस्ट) जांच शुरु हो सकती है. अस्पताल प्रशासन ने जून के दूसरे सप्ताह तक जांच की सुविधा शुरू होने की उम्मीद जाहिर की है.
लोकबंधु अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 150 से 200 गर्भवती महिलाएं इलाज के लिए आ रही हैं. 50 बेड गर्भवती महिलाओं के लिए है. ज्यादातर बेड हमेशा भरे रहते हैं. फिलहाल अस्पताल में टीफा जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है. लेकिन जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी. यह जांच उन महिलाओं की होगी, जिनका अपने आप गर्भपात हो रहा है. साथ ही इसे शिशु के लिए जो बीमारी के साथ जन्म ले चुका है. दोबारा गर्भधारण करने की दशा में टीफा जांच कराई जाएगी. इस जांच को गर्भावस्था के 18 से 26 हफ्ते के दौरान कराया जाता है.
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मुफ्त होगी टीफा जांच
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि टीफा जांच से गर्भ में पल रहे शिशु के अंगों के विकास का पता लगाया जा सकता है. यह अल्ट्रासाउंड जांच की तरह है. इससे गर्भस्थ शिशु के अंगों में विकार की आसानी से पहचान की जा सकती है. डॉ. अजय शंकर ने बताया कि रेडियोलॉजी विभाग में जांच की सुविधा शुरू होगी. अल्ट्रासाउंड मशीन को अपग्रेड किया जा रहा है. खास तरह का साफ्टवेयर भी आ गया है. जल्द ही यह सुविधा मुफ्त मरीजों को मिलेगी.
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