लखनऊ: गोमती नगर स्थित पार्टी कार्यालय में आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को आरोप लगाया कि राम मंदिर ट्रस्ट घोटाले में भी चंपत राय का चहेता सुल्तान अंसारी ही गवाह है. अगर मुख्यमंत्री की नीयत साफ है, तो जांच की बात कहकर टालने के बजाए, आधे घंटे का समय निकालकर इस मामले के कागजात चेक कर लें.
राम मंदिर ट्रस्ट घोटाले पर संजय सिंह ने कहा कि प्रयागराज से रोंघई ने आकर अयोध्या में दलितों की जमीन खरीदी थी. वह खुद प्रधानमंत्री आवास में रह रहा है. इससे समझा जा सकता है कि वह कुछ बड़े लोगों के लिए काम कर रहा था.
संजय सिंह ने कहा कि जमीन खरीदने वालों में मंडलायुक्त रहे एमपी अग्रवाल के पिता के अलावा कई पुलिस वालों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी जमीनें खरीदी थीं. जो जमीनें बेची गईं हैं, उनमें अधिकांश में गवाह चंपत राय का चहेता सुल्तान अंसारी ही है.
उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम का मंदिर बनाने के बजाय भाजपा और अधिकारी मिलकर जमीन के घोटाले में लगे हुए हैं. चंदा चोरी करने वाले जमीनें खरीद कर अपनी जेब भर रहे हैं. सब कुछ प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार के संज्ञान में हो रहा है.
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उन्होंने कहा कि नब्बे के दशक में महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट के नाम पर 1520 बीघे जमीन खरीदी गई थी. ट्रस्ट की जमीन नियमानुसार बेची नहीं जा सकती थी, लेकिन प्लॉट काटकर जमीन बेच दी गई. ट्रस्ट ने ये जमीन श्रीरामचरित मानस के प्रचार प्रसार और शैक्षणिक विद्यालयों के स्थापना के लिए खरीदी थी. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी ही इस मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है.
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