लखनऊ : यूपी विधानसभा चुनाव में आवारा पशुओं का मुद्दा छाया रहा. सरकार के खिलाफ बढ़ते आक्रोश को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद जनसभा में पशुओं की समस्या से निदान का वादा किया. लिहाजा अब योगी-टू सरकार बनते ही आवारा पशुओं की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए एजेंडा बनाया गया है. यह एजेंडा 100 दिन से लेकर 365 दिन तक का है. इसके तहत चरणवार काम होंगे. पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. इंद्रमणि के मुताबिक 100 दिन में 50 हजार पशुओं को आश्रय स्थल में भेजने का लक्ष्य तय किया गया है.
75 पशु आश्रय स्थल का होगा निर्माण : डॉ. इंद्रमणि के मुताबिक आवारा पशुओं को जल्द ही आश्रय स्थल में ठिकाना मिलेगा. इससे किसानों के नुकसान का बचाव हो सकेगा. इसके लिए 75 पशु आश्रय स्थल प्रदेश में बनाए जा रहे हैं. पहले 100 दिन में चार से छह स्थल बन जाएंगे जिनमें पचास हजार के करीब पशुओं को आसरा मिल सकेगा.
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तीन लाख के करीब घूम रहे पशु : राज्य में निराश्रित गोवंशों की संख्या 11 लाख 84 हजार 494 है. वहीं, कुल संरक्षित गोवंश 8 लाख 25 हजार 323 हैं, ऐसे में करीब 3 लाख से ज्यादा गोवंश बाहर घूम रहे हैं. यह किसानों के लिए मुसीबत बने हुए हैं.
राज्य में पशुओं के लिए आश्रय स्थल
अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल : 5383
कान्हा गौशाला : 194
कांजी हाउस : 409
वृहद गो संरक्षण केंद्र : 209
पंजीकृत गोशाला : 384
पंजीकृत गोशाला : 345
कुल गोआश्रय स्थल : 6195