लखनऊः नई दिल्ली के संस्कृति स्कूल में आईएएस से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी अपने बच्चों के दाखिले के लिए लाइन लगाते हैं. हालात यह हैं कि तमाम जुगाड़ के बाद भी दाखिले नहीं हो पाए. इसी स्कूल की तर्ज पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की समाजवादी सरकार (Samajwadi Party) में लखनऊ में एक संस्कृति स्कूल (Sanskriti School) शुरू किया गया. यह स्कूल लखनऊ के चक गंजरिया (CG City) इलाके में है. करीब 40,470 वर्ग मीटर में बने इस स्कूल के स्थापित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए गए. लेकिन, अब इसकी स्थिति दयनीय हो चली है.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को सदन में भी उठाया. उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े लोग दिल्ली में संस्कृति स्कूल में जाते हैं. लेकिन अपने बच्चे के दाखिले नहीं करा पाते हैं. बैठक में अधिकारियों ने लखनऊ में संस्कृति स्कूल बनाने का प्रस्ताव रखा. समाजवादी सरकार ने इसे बनाया. लेकिन आज जाकर कोई इसकी दुर्दशा देखे. इसे बर्बाद कर दिया है. ETV Bharat ने इस दावे की पड़ताल की तो स्थिति काफी दयनीय पाई गई. हालत यह है कि इतने समय के बाद भी यह स्कूल अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाया है.
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