लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में थाने, तहसील, कलेक्ट्रेट सब भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये. भाजपा सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति महज दिखावा है. सत्ता के संरक्षण में प्रशासन निर्दोषों, गरीबों का उत्पीड़न करने में लग गया है. किसानों पर बुलडोजर चल रहा है. झूठ के सहारे अभी से उपलब्धियां गिनाई जा रही है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में दावों का फरेबी ताजमहल गढ़ने का कोई हिसाब नहीं है. प्रदेश में भाजपा की पिछली सरकार में 5 लाख नौकरियां दिये जाने का दावा किया था, जिसका डाटा आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया. अब भाजपा सरकार 100 दिन में दस हजार नौकरियां देने का वादा कर रही है. इनकी करनी और कथनी को सभी ने देखा है. भाजपा सरकार की नई घोषणाएं महज झांसा है. युवाओं की नौकरी, रोजगार के प्रति भाजपा सरकार पूरी तरह संवेदन शून्य है. बेरोजगारी के कारण नौजवान आत्महत्या करने को मजबूर हैं.
इसे भी पढ़ेंः अखिलेश के दांव से मुश्किल में पड़ सकता है कांग्रेस का लोकसभा चुनाव !
अखिलेश यादव ने कहा कि मेरठ में एक गरीब वेज बिरयानी वाले की लाचारी का फायदा उठाकर उसकी रोजी-रोटी को तहस-नहस कर देना भाजपा सरकार के जंगलराज का प्रतीक है. गोसाईगंज पुलिस ने निर्दोश युवक को फर्जी मुकदमें में जेल भेज दिया. भाजपा दफ्तर के बाहर पीड़ित मां द्वारा न्याय की गुहार लगाते हुए खुद को आग लगा लेने की घटना दुखद है. उन्होंने कहा कि एटा में कर्ज में डूबा किसान खुदकुशी के लिए मजबूर हो गया. कानपुर देहात में खेत में मिट्टी का खनन होने से परेशान किसान ने भी आत्महत्या का रास्ता चुना. ये है भाजपा राज में कानून व्यवस्था का हाल है.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास‘ के नारे से लोगों को गुमराह करने में माहिर भाजपा नेतृत्व को इस बात का जवाब देना चाहिए कि प्रदेश में नफरत फैलाकर क्यों अत्याचार को छूट दे रखी है? भाजपा का एजेण्डा समाज को बांटकर अपना राजनीतिक स्वार्थ साधन करना है. जनता उसकी सच्चाई से पूरी तरह अवगत हो गयी है. भाजपा की झूठ की बेल अब सिरे चढ़ने वाली नहीं है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप