लखनऊः बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (BBAU) में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से जुड़े छात्र मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए. एमएससी के छात्र अभिषेक कुमार के नेतृत्व में अन्य 24 घंटे पहले धरने पर बैठे थे, जो बाद में भूख हड़ताल में बदल गया. छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय में संचालित Centre for Study of Social Exclusion and Inclusive Policy (CSSEIP) में पीएचडी की प्रक्रिया शुरू की जाए. इस सेंटर का संचालन 2008 से किया जा रहा है.
अभिषेक का कहना हैं कि 14 वर्ष से इस सेंटर का संचालन किया जा रहा है. लेकिन, अभी तक एम.फिल और पीएचडी की शुरुआत ही नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि 2017-18 सत्र में इस केन्द्र में MPhil और PhD के लिए आवेदन लिए गए लेकिन, बाद में बिना दाखिले पर रोक लगवा दी गई. इस सेंटर की शुरुआत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के माध्यम से की गई थी. अन्य कई केन्द्रीय विश्वविद्यालय जैसे JNU, BHU में भी इसका संचालन किया जा रहा है. वहां पीएचडी करवाई जा रही है. उधर, भूख हड़ताल के चलते प्रशासन में खलबली मची है. जानकारों की मानें, प्रशासन के स्तर पर लगातार बैठकें चल रही हैं.
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (BBAU) ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा-2022 के लिए आवेदन 15 मार्च तक कर सकते हैं. प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत, पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करने और फीस जमा करने की अंतिम तारीख एक ही होगी. विश्वविद्यालय की ओर से वेबसाइट पर पीएचडी प्रवेश परीक्षा का ब्रॉशर अपलोड किया गया है. इसमें विभिन्न विभागों में पीएचडी की रिक्त सीटों, योग्यता, आवेदन की प्रक्रिया, फीस से लेकर सभी आवश्यक सूचनाएं दी गई हैं. ओपन केटेगरी के लिए पंजीकरण शुल्क 1000 रुपए और एससी/एसटी/पीडब्लूडी के लिए पंजीकरण शुल्क 500 रुपए है. अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी विवि की वेबसाइट www.bbau.ac.in पर देख सकते हैं.
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