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बीबीएयू में प्रतिभागी सीख रहे इक्विपमेंट की बारीकियां - शिवाजी विश्वविद्यालय

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में शिवाजी विश्वविद्यालय के सहयोग से सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम, सिनर्जिस्टिक ट्रेनिंग प्रोग्राम एंड टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर (एसटीयूटीआई) शुरू किया गया है. शिवाजी विश्वविद्यालय के माध्यम से देश भर में लागू की जाने वाली पांचवीं पहल है.

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Published : Aug 23, 2022, 11:07 PM IST

लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में शिवाजी विश्वविद्यालय के सहयोग से सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम, "सिनर्जिस्टिक ट्रेनिंग प्रोग्राम एंड टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर (एसटीयूटीआई)" शुरू किया गया है. मंगलवार को इस कार्यशाला का दूसरा दिन रहा. यह कार्यक्रम कोल्हापुर डीएसटी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित हो रहा है. बीबीएयू लखनऊ में यह "स्तुति वर्कशॉप" शिवाजी विश्वविद्यालय के माध्यम से देश भर में लागू की जाने वाली पांचवीं पहल है.

प्रो. बीसी यादव, समन्वयक, एसटीयूटीआई कार्यक्रम और डीन, स्कूल ऑफ फिजिकल एंड डिसीजन साइंसेज ने इस कार्यक्रम का अवलोकन और उद्देश्य प्रस्तुत किया. कुलपति, बीबीएयू और समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. संजय सिंह ने प्रतिभागियों को विशेषज्ञ व्याख्यान में गंभीरता से भाग लेने के लिए प्रेरित किया. इस कार्यक्रम में संकाय सदस्य, पोस्टडॉक फेलो, शोध छात्र, स्नातकोत्तर और एमटेक के विद्यार्थियों एवं देश के विभिन्न राज्यों के छात्रों ने प्रतिभाग किया. विभिन्न आईआईटी और प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रख्यात प्रोफेसर और वैज्ञानिक अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों पर प्रशिक्षण के साथ सात दिनों तक प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करेंगे. साथ ही सभी प्रतिभागियों को उन्नत उपकरणों की तकनीकी जानकारी मिलेगी. एसटीयूटीआई कार्यक्रम का उद्देश्य व्याख्यान और प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से उन्नत सामग्री और निर्माण प्रक्रियाओं का ज्ञान प्रदान करना है.

विशिष्ट अतिथि प्रो. आरजी सोनकावड़े ने अच्छी तरह से अनुरक्षित प्रयोगशाला और प्रयोगशाला उपकरणों के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों को प्रेरित किया कि वे प्रयोगशाला उपकरणों को अत्यधिक सावधानी के साथ प्रयोग करें. प्रो. सोनकावड़े ने विभिन्न प्रकार के उपकरणों, बुनियादी सिद्धांतों और उपकरणों के उपयोग के विभिन्न तरीकों पर मार्गदर्शन दिया. उन्होंने वेब पोर्टल 'सृष्टि' के माध्यम से विभिन्न नमूने प्राप्त करने के लिए शिवाजी विश्वविद्यालय कोल्हापुर में विभिन्न नमूने भेजने की प्रक्रिया के बारे में भी बताया. उन्होंने शिवाजी विश्वविद्यालय के डीएसटी केंद्र सैफ में उपलब्ध उपकरणों की जानकारी दी. साथ ही इस पहल के तहत वरिष्ठ विशेषज्ञ प्रोफेसर प्रो. आरके मंडल ने ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी से संबंधित प्रदर्शनों के साथ-साथ नवीनतम वैज्ञानिक उपकरणों की जानकारी दी.

यह भी पढ़ें : लंपी वायरस के चलते पशु मेलों का आयोजन स्थगित, मिशन मोड पर काम करेगी यूपी सरकार

आयोजन सचिव डॉ. देवेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया. भौतिकी विभाग के संकाय सदस्य डॉ. रमेश चंद्र, डॉ. एके यादव, डॉ एके मौर्य और डॉ केबी थापा कार्यक्रम में मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति पांडेय, रसायन विज्ञान विभाग, बीबीएयू द्वारा किया गया.

यह भी पढ़ें : अच्छी बारिश न होने से सरकार चिंतित, मांगी रिपोर्ट, सूखाग्रस्त घोषित करने की रणनीति

लखनऊ : बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में शिवाजी विश्वविद्यालय के सहयोग से सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम, "सिनर्जिस्टिक ट्रेनिंग प्रोग्राम एंड टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर (एसटीयूटीआई)" शुरू किया गया है. मंगलवार को इस कार्यशाला का दूसरा दिन रहा. यह कार्यक्रम कोल्हापुर डीएसटी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित हो रहा है. बीबीएयू लखनऊ में यह "स्तुति वर्कशॉप" शिवाजी विश्वविद्यालय के माध्यम से देश भर में लागू की जाने वाली पांचवीं पहल है.

प्रो. बीसी यादव, समन्वयक, एसटीयूटीआई कार्यक्रम और डीन, स्कूल ऑफ फिजिकल एंड डिसीजन साइंसेज ने इस कार्यक्रम का अवलोकन और उद्देश्य प्रस्तुत किया. कुलपति, बीबीएयू और समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. संजय सिंह ने प्रतिभागियों को विशेषज्ञ व्याख्यान में गंभीरता से भाग लेने के लिए प्रेरित किया. इस कार्यक्रम में संकाय सदस्य, पोस्टडॉक फेलो, शोध छात्र, स्नातकोत्तर और एमटेक के विद्यार्थियों एवं देश के विभिन्न राज्यों के छात्रों ने प्रतिभाग किया. विभिन्न आईआईटी और प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रख्यात प्रोफेसर और वैज्ञानिक अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों पर प्रशिक्षण के साथ सात दिनों तक प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करेंगे. साथ ही सभी प्रतिभागियों को उन्नत उपकरणों की तकनीकी जानकारी मिलेगी. एसटीयूटीआई कार्यक्रम का उद्देश्य व्याख्यान और प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से उन्नत सामग्री और निर्माण प्रक्रियाओं का ज्ञान प्रदान करना है.

विशिष्ट अतिथि प्रो. आरजी सोनकावड़े ने अच्छी तरह से अनुरक्षित प्रयोगशाला और प्रयोगशाला उपकरणों के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों को प्रेरित किया कि वे प्रयोगशाला उपकरणों को अत्यधिक सावधानी के साथ प्रयोग करें. प्रो. सोनकावड़े ने विभिन्न प्रकार के उपकरणों, बुनियादी सिद्धांतों और उपकरणों के उपयोग के विभिन्न तरीकों पर मार्गदर्शन दिया. उन्होंने वेब पोर्टल 'सृष्टि' के माध्यम से विभिन्न नमूने प्राप्त करने के लिए शिवाजी विश्वविद्यालय कोल्हापुर में विभिन्न नमूने भेजने की प्रक्रिया के बारे में भी बताया. उन्होंने शिवाजी विश्वविद्यालय के डीएसटी केंद्र सैफ में उपलब्ध उपकरणों की जानकारी दी. साथ ही इस पहल के तहत वरिष्ठ विशेषज्ञ प्रोफेसर प्रो. आरके मंडल ने ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी से संबंधित प्रदर्शनों के साथ-साथ नवीनतम वैज्ञानिक उपकरणों की जानकारी दी.

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आयोजन सचिव डॉ. देवेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया. भौतिकी विभाग के संकाय सदस्य डॉ. रमेश चंद्र, डॉ. एके यादव, डॉ एके मौर्य और डॉ केबी थापा कार्यक्रम में मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन डॉ. ज्योति पांडेय, रसायन विज्ञान विभाग, बीबीएयू द्वारा किया गया.

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