लखनऊ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ साल 2025 में अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा. साथ ही शताब्दी वर्ष तक हर गांव में शाखा कार्य पहुंचाने का काम संघ की तरफ से किया जाएगा.
यह जानकारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. अशोक कुमार दुबे ने रविवार को आरएसएस मीडिया सेंटर विश्व संवाद केंद्र में पत्रकारों को दी.
उन्होंने बताया कि भारत को स्वालंबी बनाने के लिए कार्यों के अवसर बढ़ाने की आवश्यकता है. बैठक के दौरान देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए प्रतिनिधि सभा की तरफ से एक प्रस्ताव पारित किया गया.
इसमें बताया गया कि प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता मानव शक्ति की विपुलता और अंतर्निहित उदयमकौशल के चलते भारत की अपने कृषि, विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों को परिवर्तित करते हुए कार्य के पर्याप्त अवसर उत्पन्न कर आत्मनिर्भर बनाने की क्षमता है.
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इस क्षमता का सदुपयोग करने के लिए एक तरफ सरकार की योजनाओं के साथ-साथ आर्थिक शैक्षिक और सामाजिक संगठनों का सहयोग की भी आवश्यकता है. भारत के युवाओं को जॉब सीकर की बजाय जॉब प्रोवाइडर बनाने की व्यापक योजना बनानी है.
भारत का युवा केवल अपने रोजगार तक ही नहीं बल्कि वह देश के रोजगार और आर्थिक उन्नति की भी सोचें. वह सहकारिता संस्कार का अवलंबन करते हुए राष्ट्रोत्थान का अंग बने. बेरोजगारी के मुद्दे पर भी पूरा काम किया जाएगा.
इस मौके पर अवध प्रांत के प्रांत कार्यवाहक संजय ने बताया कि 11 से 14 मार्च तक गुजरात के कर्णावती में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन हुआ जिसमें अवध प्रांत के सभी गांवों तक प्रत्यक्ष संघ कार्य पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
यह कार्य साल 2025 में होने वाले शताब्दी वर्ष तक पूरा करने की योजना है. उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में 1,211 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.
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