लखनऊ : सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड में तैनात अधिकारी संचालन सिटी बस का करा रहे हैं, लेकिन वेतन परिवहन निगम से उठा रहे हैं. पहले से ही घाटे में चल रहे काॅरपोरेशन को इससे और घाटा उठाना पड़ रहा है.
सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक लखनऊ के आरएम हैं. सिटी बस एमडी के रूप में उन्हें कोई वेतन नहीं मिलता, लेकिन परिवहन निगम के आरएम के तौर पर वेतन मिलता है. यही हाल परिवहन निगम के एआरएम वित्त का है. काम लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट के लिए करते हैं और पूरा वेतन उन्हें रोडवेज से मिलता है, जबकि नियम के अनुसार आधा वेतन नगरीय परिवहन निदेशालय से मिलना चाहिए.
लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के सात शहरों में सिटी बसों का संचालन होता है. इन सभी शहरों में सिटी बसों के संचालन का जिम्मा परिवहन निगम के रीजनल मैनेजर ही उठाते हैं. सिटी बस के एमडी परिवहन निगम के आरएम ही बना दिए जाते हैं. आरएम रोडवेज के साथ साथ सिटी बसों का भी संचालन कराते हैं. अधिकारी आरएम और सिटी बस एमडी के रूप में काम दो विभागों का करते हैं, लेकिन सिटी बस से कोई वेतन नहीं मिलता है.
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क्षेत्रीय प्रबंधक जहां सिटी बस के एमडी होते हैं, वहीं रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (वित्त) और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (संचालन) भी सिटी बस में एआरएम की भूमिका निभाते हैं, लेकिन इनका वेतन भी रोडवेज की तरफ से ही दिया जाता है. नगरीय परिवहन निदेशालय से कोई भरपाई नहीं होती है. वहीं लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा, बनारस, मेरठ, मथुरा में सिटी बसों का संचालन होता है.
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