लखनऊ. राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने शनिवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय पर नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक की. इस दौरान मीडिया से बातचीत में जयंत ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ हम लंबी पारी खेलने आए हैं. कहा, 'हमने एक नई सोच के साथ गठबंधन को आगे बढ़ाया है. हमारा गठबंधन सिर्फ राजनीति से प्रेरित गठबंधन नहीं है. हमारा गठबंधन लोकसभा तक चलेगा'.
राज्यसभा भेजे जाने की चर्चाओं को लेकर चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि अभी जून-जुलाई में राज्यसभा का चुनाव होना है. इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. अखिलेश यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा कि हमें उत्तर प्रदेश की जनता ने इतनी सीटें दीं हैं. अखिलेश यादव ने पहले ही लोकसभा सीट छोड़ दी. अब वे करहल से ही विधानसभा का प्रतिनिधित्व करेंगे. कहा कि उन्हें लगता है कि वह नेता प्रतिपक्ष के रूप में जनता की आवाज भी सदन में उठाएंगे.
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चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि यहां समीक्षा बैठक करने के बाद वे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे. योगी सरकार की पहली कैबिनेट में तीन माह तक और मुफ्त राशन देने की अवधि बढ़ाए जाने पर रालोद मुखिया ने कहा कि उन्हें लगता है कि सरकार को और भी मुफ्त सौगातें देनी चाहिए. कहा, 'हमारे आठ विधायक 80 विधायकों के बराबर हैं. यह जरूर है कि हमें और भी ज्यादा सीटें जितनी चाहिए थीं लेकिन पहले फेज में रैली और जनसभा की अनुमति नहीं थी. इसलिए हम अपनी बात जनता तक सही ढ़ंग से नहीं पहुंचा पाए. फिर भी राष्ट्रीय लोकदल को 26 लाख लोगों ने वोट किया है. इसलिए 26 लाख लोग सीधे तौर पर राष्ट्रीय लोक दल से जुड़े हुए हैं'.
हाल ही में रालोद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद की तरफ से लगाए गए टिकट बिक्री के आरोपों पर चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि उन्हें अपनी बात कहनी थी जो उन्होंने कह दी. हालांकि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति के गठन के बाद जो भी सलाह दी जाएगी, उस सलाह पर पार्टी के नये प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगेगी.
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