लखनऊ : बलरामपुर अस्पताल में डिप्टी सीएम ने मंगलवार को मरीज को भर्ती कराया था. उसकी हालत में सुधार हो रहा है. इसके साथ ही केजीएमयू में एक जगह तक लंबे वक्त से तैनात स्टाफ का ट्रांसफर शुरू हो गया है. वहीं बुधवार को ट्रॉमा सेंटर में एक मरीज एम्बुलेंस के लिये छटपटाता रहा.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को लावारिस मरीज को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि इलाज के बाद मरीज की सेहत में थोड़ा सुधार हुआ है. अभी मरीज को पूरी तरह होश नहीं आया है. फिलहाल मरीज ने अपना नाम जय प्रताप व पिता का नाम नंदलाल बताया है. मरीज अपने घर का पता नहीं बता पा रहा है. उन्होंने बताया कि मरीज का सीटी स्कैन कराया गया है. उसे सिर में चोट की पुष्टि हुई है. सिर में रक्तस्राव भी हुआ है. इसके अलावा शरीर के दूसरे अंगों में भी चोट लगी है. डॉक्टरों की टीम मरीज के इलाज में जुटी है.
स्थानांतरण से खलबली : केजीएमयू में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के तबादले शुरू हो गए हैं. राज्यपाल के निर्देश पर 10 से 15 साल से एक स्थान पर जमे कर्मचारियों का दूसरी जगह तबादला किया जा रहा है. पहले चरण के तहत एक साथ 20 कर्मचारियों को एक से दूसरी जगह किया गया है. इससे केजीएमयू कर्मचारियों में खलबली मच गई है. कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी के निर्देश पर 20 कर्मचारियों का एक से दूसरे पटल पर तबादला किया गया है. बताया गया है कि यह कर्मचारी लंबे अर्से से एक ही विभाग में तैनात थे. इससे अव्यवस्था फैल रही थी. कामकाज में गड़बड़ियों की शिकायत मिल रही थी. मामले की शिकायत राज्यपाल तक पहुंची. इसके बाद राज्यपाल ने एक स्थान पर लंबे अर्से से काम कर रहे कर्मचारियों को हटाने के निर्देश दिए.
एम्बुलेंस के लिए तड़पता रहा मरीज : दिमागी बुखार से पीड़ित मरीज को ट्रॉमा सेंटर से गांधी वार्ड रेफर कर दिया गया. परिवारीजन एम्बुलेंस के इंतजार में करीब एक घंटे तक परेशान रहे. कर्मचारियों से कई बार गुहार लगाई. इस दौरान मरीज स्ट्रेचर पर तड़पता रहा. करीब एक घंटे बाद एम्बुलेंस आई. तब मरीज को गांधी वार्ड में शिफ्ट किया जा सका.
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अमेठी निवासी विपिन कुमार को हफ्ते भर पहले बुखार आया था. भाभी सोनू के मुताबिक स्थानीय अस्पताल में इलाज कराया, लेकिन राहत नहीं मिली. हालत बिगड़ती चली गई. गंभीर अवस्था में मरीज को 27 जून को ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे. लंबी जद्दोजहद के बाद मरीज को भर्ती किया गया. बुधवार को करीब 11 बजे डॉक्टरों ने विपिन को गांधी वार्ड ले जाने के लिए रेफर किया. परिवारीजन स्ट्रेचर से मरीज को लेकर ट्रॉमा सेंटर के बाहर खड़े रहे. एम्बुलेंस के इंतजार में एक घंटे गुजर गया. मरीज छटपटाता रहा. एक घंटे बाद मरीज को एम्बुलेंस मिली. तब जाकर उसे वार्ड में शिफ्ट किया गया.
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