लखनऊ: फर्जी रजिस्ट्री कराने के मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) ने प्रॉपर्टी डीलर केशव गुरुनानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में गोमतीनगर पुलिस ने गुरनानी को गिरफ्तार कर लिया.
गोमती नगर पुलिस के मुताबिक इस मामले में एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) के अनुभाग अधिकारी विद्या प्रसाद ने 25 जुलाई 2019 को एफआईआर दर्ज करवायी थी. आरोप है कि विभूतिखंड के प्लॉट नंबर 3/79 को प्रॉपर्टी डीलर केशव गुरनानी और एलडीए के बाबुओं ने मिलीभगत कर बेंच दिया था.
दस्तावेजों में गवाह की जगह केशव गुरुनानी का नाम और उसके दस्तखत मिले थे. जांच में उसकी मिलीभगत की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. इस मामले में एलडीए के बाबुओं की भूमिका पर भी सवाल उठे थे, लेकिन अब तक उनमें से किसी पर कार्रवाई नहीं हुई है.
विभूतिखंड के प्लॉट नंबर 3/79 के मूल आवंटी अनिल कुमार तिवारी थे. उनका देहांत होने के बाद उनकी पत्नी विमलेश ने एलडीए जाकर आवंटित प्लॉट का नामांतरण कराने के लिए आवेदन किया. जांच हुई तो पता चला कि अनिल कुमार तिवारी ने यह प्लॉट किसी शीला तिवारी को बेंच दिया है.
जांच शुरू हुई तो पता चला कि अनिल कुमार तिवारी ने जनवरी 2011 में रजिस्ट्री करायी थी, जबकि उनकी मौत 22 सितंबर 2010 तो हो चुकी था. इसके बाद एलडीए ने इस मामले में 25 जुलाई 2019 को जांच का आदेश दिए थे. साथ ही गोमती नगर थाने में एफआईआर करायी थी. जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद आरोपी केशव गुरुनानी को गांधी सेतु अंडरपास से गिरफ्तार कर लिया गया.
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एलडीए का जो आवंटी 22 सितंबर 2010 को दिवंगत हो गया, उसे जिंदा दिखाते हुए 25 जनवरी 2011 में उसका प्लॉट शीला तिवारी नाम की महिला को बेंच दिया गया. आवंटी की जगह उसके हमनाम को पेश किया गया और आवंटन से लेकर कई दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार किए गए. गोमती नगर पुलिस ने इस खेल के आरोपी प्रॉपर्टी डीलर केशव गुरुनानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
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