लखनऊ: कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रियंका गांधी वाड्रा पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि प्रियंका का 'व्यक्तिगत' घोषणा पत्र मिशन शक्ति से प्रेरित है. कांग्रेस का घोषणा पत्र होता, तो पहले कांग्रेस शासित राज्यों में लागू होता. प्रियंका गांधी को पता है कि न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी. प्रियंका का नाम प्रियंका घोषणा वाड्रा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने प्रदेश के इतिहास में पहली बार महिलाओं के स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत के लिए ऐतिहासिक कार्य किए हैं.
सुरेश खन्ना ने आज जारी बयान में कहा कि कांग्रेस, प्रियंका गांधी वाड्रा को ही गंभीरता से नहीं लेती है. इसीलिए महिलाओं को लेकर उनकी पार्टी में घोषणाओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता है. बेहतर होगा कि पहले प्रियंका कांग्रेस शासित राज्यों में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर सख्त कदम उठाएं. फिर महिलाओं के स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत की बात करें.
लखनऊ में सुरेश खन्ना ने कहा कि अगर बात उत्तर प्रदेश की है, तो योगी सरकार में महिलाओं के स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत को लेकर अनेक योजनाएं धरातल पर साकार हो रही हैं.
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सरकारी नौकरियों से लेकर निजी क्षेत्र में भी महिलाओं को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए प्राथमिकता के आधार पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि देशभर में मिशन शक्ति पहले, दूसरे और तीसरे चरण की सफलता की चर्चा है.
इसी से प्रेरित होकर प्रियंका चुनावी लालीपॉप लाई हैं. मंत्री खन्ना ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं, इसके सैकड़ों उदाहरण हैं. दर्जन भर से ज्यादा योजनाएं प्रदेश में महिलाओं के लिए चल रही हैं, जो उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में सशक्त बना रही हैं.
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