लखनऊ : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर लखनऊ जिला प्रशासन तमाम दावे पेश कर रहा है. लखनऊ जिलाधिकारी का कहना है कि इस बार मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. आचार संहिता लगने के बाद आदर्श आचार संहिता उल्लंघन और लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को बेहतर बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से बड़ी कार्यवाही भी की गई है. लखनऊ की 2 लोकसभा सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है.
ऐसे में ईटीवी भारत ने चुनाव से जुड़े हुए तमाम पहलुओं पर लखनऊ डीएम/ जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा से बातचीत की.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि संसदीय चुनाव में आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने और किसी भी वोटर को मतदान से वंचित न रहने देने के लिए पूरी रणनीति बनाई है. नेत्रहीन मतदताओं के लिए ईवीएम पर ब्रेल साइनेज की व्यवस्था होगी. इससे पहले ईवीएम पर मैन्युअल स्टीकर लगाए जाते थे. हमारी कोशिश है कि पिछले दिनों में हमने दिव्यांगों के लिए जो सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं, उससे बेहतर सुविधाएं इस बार राजधानी लखनऊ के दिव्यांगों को मतदान बूथों पर उपलब्ध कराई जा सके.
उन्होंने बताया कि इसके लिए जिले के सभी दिव्यांग मतदाताओं की पहचान की जा चुकी है. लगभग 30,800 से अधिक मतदाता चिन्हित किए जा चुके हैं. हर दिव्यांगों के लिए दिव्यांग सहायक लगाए जाएंगे जो मतदान में उनकी मदद करेंगे. इसके साथ ही परिवहन के साधन भी उनको उपलब्ध कराए जाएंगे. यह वाहन दिव्यांगों को घर से ले जाकर बूथ पर वोट दिलाएंगे और वापस छोड़ेंगे. दिव्यांगों को मतदान करने के लिए लाइन में भी नहीं लगना. बूथ पर मॉडल बूथ की सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.