लखनऊ: सीएम योगी के निर्देशों के बाद राजधानी लखनऊ में आम जनता को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए चालान काटने का अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस के इन प्रयासों के बावजूद भी राजधानी लखनऊ को जाम से निजात नहीं मिल रही है. ऐसे में लोगों का कहना है कि लखनऊ पुलिस के हेलमेट अभियान का स्वागत करते हैं, लेकिन जिम्मेदारों को इस ओर भी सोचना चाहिए कि बिना आधारभूत सुविधाओं के राजधानी का ट्रैफिक बेहतर नहीं किया जा सकता है.
कब मिलेगी जाम से निजात
- जाम की समस्या से निजात पाने के लिए लंबे समय से राजधानी के ट्रैफिक को बेहतर करने के लिए तमाम प्लान तैयार किए गए.
- इन प्लान के आधार पर राजधानी को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के तमाम वादे किए गए, लेकिन अब तक लखनऊ को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है.
- अब एक बार फिर आला अधिकारियों ने राजधानी लखनऊ को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए प्लान तैयार करने की बात कही है.
- इसके लिए परिवहन विभाग पीडब्ल्यूडी एलडीए से राजधानी लखनऊ के यातायात को बेहतर करने के लिए प्लान मांगा गया है.
- राजधानी की ज्यादातर चौराहों पर आधारभूत ट्रैफिक मैनेजमेंट की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है और इन चौराहों पर यातायात की आधारभूत सुविधाएं जैसे सिगनलिंग, जेबरा क्रॉसिंग नही मौजूद हैं.
आलम या है कि संसाधनों के अभाव के चलते राजधानी लखनऊ का ट्रैफिक अस्त-व्यस्त है, जिसके चलते पीक आवर्स में जाम की समस्या रहती है. भले ही सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद सक्रियता दिखाने के लिए लखनऊ में बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर लोगों के चालान काटे जा रहे हो, लेकिन राजधानी लखनऊ को जाम की समस्या से तब तक निजात नहीं मिलेगी, जब तक ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए आधारभूत सुविधाएं नहीं उपलब्ध कराई जाएंगी.