लखनऊ: यूपीएससी का पैनल यूपी में स्थाई डीजीपी के लिए भेजे गए तीन नामों को तय करके सरकार को भेजेगा. बता दें कि 11 मई, 2022 को मुकुल गोयल को डीजीपी पद से हटाने के बाद 13 को डीजी इंटेलीजेंस डॉ. डीएस चौहान को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था. डीएस चौहान 1988 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं.
नियमानुसार, डीजीपी के चयन के लिए 30 साल तक सेवा दे चुके ऐसे अधिकारियों का नाम भेजा जाता है, जिनकी नौकरी का कार्यकाल छह माह या उससे अधिक बचा हो. इसमें 1987 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल, डॉक्टर आरपी सिंह, जीएल मीणा का नाम भेजा गया है.
साथ ही 1988 बैच के आईपीएस आरके विश्वकर्मा, देवेंद्र सिंह चौहान, अनिल कुमार अग्रवाल और आनंद कुमार का नाम भी गया है. हालांकि अगले साल जनवरी में जीएल मीणा और फरवरी में डॉक्टर आरपी सिंह रिटायर हो रहे हैं. इसमें 6 महीने से कम नौकरी वाले अफसरों के नाम पर विचार नहीं किया जाता है.
यूपीएससी को भेजी गई लिस्ट में 1987 से लेकर 1992 बैच की आइपीएस अधिकारी नीरा रावत तक 42 अधिकारियों के नाम शामिल हैं. इनमें 20 डीजी स्तर और 22 एडीजी स्तर के अधिकारी हैं. वहीं इनमें छह डीजी वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. वर्तमान में वरिष्ठता देखें तो पहले नंबर पर 1987 बैच के आइपीएस मुकुल गोयल, दूसरे स्थान पर आरपी सिंह और इसी बैच के जीएल मीणा तीसरे स्थान पर हैं. हालांकि इन तीनों का डीजीपी बनना मुश्किल ही है.
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