लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के वित्त विभाग में इस समय भारी अव्यवस्था व्याप्त है. विभाग के अधीन राज्य कर विभाग में डेढ़ सौ से अधिक अधिकारियों को पिछले कई महीने से अपनी पोस्टिंग का इंतजार करना पड़ रहा है. पोस्टिंग न मिलने से ऐसे अधिकारी काम नहीं कर पा रहे हैं. जिससे विभाग को राजस्व की चपत हो रही है. इसके साथ-साथ विभाग के तमाम कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं.
विभाग का कामकाज प्रभावित : वित्त विभाग से जुड़े राज्य कर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह विभाग और शासन के स्तर पर बड़ी विसंगति है कि काफी संख्या में ऐसे अधिकारी हैं जिनका प्रमोशन किया जा चुका है, लेकिन उन्हें पोस्टिंग नहीं दी जा सकी है. ऐसी स्थिति में उनसे विभाग काम नहीं ले पा रहा है. ऐसे में राजस्व वसूली से लेकर प्रवर्तन के अंतर्गत होने वाली कार्रवाई नहीं हो पा रही है. जानकारी के अनुसार, राज्य कर विभाग में पिछले करीब कई महीने से डेढ़ सौ से अधिक अधिकारी ऐसे हैं जिन्हें प्रमोशन दिया गया था. ऐसी स्थिति में यह लोग घर बैठकर आराम कर रहे हैं. इससे विभाग का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है.
शासन स्तर पर नहीं हो पाया निर्णय : राज्य कर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रमोशन के बाद पोस्टिंग का काम शासन के स्तर पर होता है और शासन के स्तर पर यह निर्णय नहीं हो पाया है कि जिन अधिकारियों का हाल के कुछ महीने में प्रमोशन हुआ था, उन्हें कहां पोस्टिंग दी जानी है. प्रोन्नति वाले पदों पर तैनाती का काम शासन स्तर से होता है, जिसको लेकर शासन निर्णय नहीं ले पा रहा है. सूत्रों का कहना है कि राज्य कर कमिश्नर की तरफ से इन प्रमोशन पाने वाले अफसरों को पोस्टिंग देने का प्रस्ताव शासन भेजा गया था, लेकिन अभी भी इस पर कुछ फैसला नहीं हो पाया है.
जनवरी महीने में ही मिला प्रमोशन : प्रमोशन का इंतजार करने वाले इन अधिकारियों की बात करें तो राज्य कर अधिकारियों से लेकर अपर आयुक्त श्रेणी 2 तक के अधिकारी शामिल हैं. लंबे समय से प्रमोशन वाली पोस्टिंग का इंतजार जिन्हें है उनमें स्टेट टैक्स ऑफिसर, सीटीओ, असिस्टेंट कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर, ज्वाइंट कमिश्नर व एडिशनल कमिश्नर श्रेणी 2 के पद पर प्रोन्नति पाने वाले अधिकारी शामिल हैं. कई अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें इस साल की शुरुआत में जनवरी महीने में ही प्रमोशन मिल गया था, लेकिन नई पोस्टिंग अभी भी नहीं मिल पाई है. यानी 8 महीने में भी पोस्टिंग नहीं हो पाई.
मई में हुआ पदोन्नति का आदेश : एडिशनल कमिश्नर के पद पर प्रमोशन पाने वाले रामप्रवेश, दीनानाथ, रूबी प्रसाद, राजेश कुमार, विजय प्रकाश, राम प्रकाश, विजय कुमार झा, सूर्यकांत तिवारी, इसी तरह डिप्टी कमिश्नर के पद पर प्रमोशन पाने वाले श्वेता तोमर, आशीष शुक्ला के आदेश जनवरी महीने में हुए थे. इसी तरह योगेश कुमार, दीप रतन चौधरी, अशोक कुमार बनर्जी, अफजाल अहमद, संजय कुमार का प्रमोशन ज्वाइंट कमिश्नर धनेंद्र कुमार पांडे, संतोष कुमार, मनोज कुमार यादव, हरिकेश सिंह के डिप्टी कमिश्नर के पद पर पदोन्नति का आदेश मई महीने में हुआ था, जिन्हें पोस्टिंग अभी तक नहीं मिल पाई है।
विभाग को हो रहा नुकसान : काफी संख्या में अफसरों की पोस्टिंग न होने से कई तरह की समस्या राज्य कर विभाग में देखने को मिल रही है. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जब अधिकारियों को पोस्टिंग नहीं मिली है तो वह लोग काम नहीं कर रहे हैं. इससे राजस्व वसूली नहीं हो पा रही है. इसके अलावा राजस्व जमा न करने वाले व्यापारियों के खिलाफ प्रवर्तन आदि की कार्रवाई भी व्यवस्थित तरीके से नहीं हो पा रही है. इसके अलावा व्यापारियों के पंजीयन सहित अन्य विभाग से जुड़े कामकाज भी प्रभावित हो रहे हैं.
'राज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने फोन पर कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है. जिनके भी प्रमोशन के बाद पोस्टिंग के प्रस्ताव लम्बित होंगे, उन्हें जल्द ही पोस्टिंग दी जाएगी और विभाग के कामकाज सुचारू रूप से संचालित कराए जाएंगे.'
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इस मामले में प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना से आज सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ध्यानाकर्षण कराने के लिए आपका धन्यवाद. वह इस मामले को देखेंगे.
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