लखनऊ: कानपुर देहात पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने मतगणना के दौरान गड़बड़ी करने वालों को गोली मारने के आदेश देने की बात मंगलवार को कही थी. उनके इस बयान पर भूचाल आग गया. ये निर्देश न तो एडीजी कानून व्यवस्था ने दिए और न ही यूपी डीजीपी ने. ईटीवी भारत से फोन पर डीजीपी ने कहा कि ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है.
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना 10 मार्च को होनी है. नतीजे आने से पहले ईवीएम की सुरक्षा को लेकर विपक्षी दल कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. मंगलवार को कानपुर देहात के एसपी स्वप्निल ममगाई ने मतगणना में गड़बड़ी करने वालों को गोली मारने के आदेश देने की बात कही थी. बुधवार को उनके इस बयान को लेकर ईटीवी भारत ने डीजीपी मुकुल गोयल से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि कानपुर देहात पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई किसके आदेश पर गोली मारेंगे. ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है.
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उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान गड़बड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. एसपी ने किसके आदेश पर ऐसा बयान दिया है. डीजीपी के बयान से ये जाहिर है कि यूपी पुलिस और निर्वाचन आयोग की तरफ से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है कि मतगणना में गड़बड़ी फैलाने वालों को गोली मारी जाए.
कानपुर देहात जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें उन्होंने 10 मार्च को होने वाली मतगणना की तैयारियों की जानकारी दी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिलाधिकारी के साथ कानपुर देहात पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि मतगणना के दौरान किसी भी तरह की अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों और मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी या भ्रामक खबरें फैलाने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जाएंगे. यूपी में ऐसा पहली बार हुआ है कि विधानसभा चुनाव में इस तरह का आदेश दिया गया हो.
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