लखनऊ : जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव धनंजय सिंह (National General Secretary Dhananjay Singh) ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने बताया कि किस तरह उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने की तैयारी है. देश में सबसे बेहतर मुख्यमंत्री उन्हें कौन लगता है, इस पर भी धनंजय ने अपना पक्ष रखा. योगी सरकार सरकार पर विपक्षी दलों के एकतरफा कार्रवाई के आरोपों पर भी धनंजय सिंह ने खुलकर अपनी राय रखी. पेश है जदयू नेता धनंजय सिंह से खास बातचीत.
सवाल : पार्टी ने आपको राष्ट्रीय महासचिव बनाया है, बड़ा भार कंधों पर है. पार्टी को उत्तर प्रदेश में मजबूत करना है, किस तरह की आपकी तैयारी है?
जवाब : अभी तो पूरे प्रदेश में संगठन खड़ा रह कर रहे हैं. 75 जिलों में हमारे जिला अध्यक्ष व बूथ लेवल तक अपने कार्यकर्ता हम खड़े कर लें, इसमें हम लोग लगे हुए हैं. अगले दो-तीन महीनों में पूरे जिले में हमारा संगठन खड़ा हो जाएगा.
सवाल : उत्तर प्रदेश में आने वाले लोकसभा चुनाव में जदयू की क्या तैयारी रहेगी, क्योंकि अब आपका भारतीय जनता पार्टी से बिहार में गठबंधन टूट चुका है?
जवाब : जदयू अपनी इंडिपेंडेंट तैयारी कर रही है. हम लोग संगठन को बनाने के बाद सदस्यता अभियान प्रारंभ करेंगे. हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक विधानसभा में 100000 सदस्य अपने बनाएं. उस आधार पर पूरे लोकसभा में पांच-पांच लाख सदस्य बनाने की योजना है. इस पर अनवरत अगले एक साल तक काम करेंगे.
सवाल : विपक्षी दल खासकर समाजवादी पार्टी लगातार ये आरोप लगाती है कि धनंजय सिंह को भारतीय जनता पार्टी का संरक्षण प्राप्त है. आप क्या कहेंगे?
जवाब : राजनीतिक मुद्दों का फिलहाल कोई जवाब नहीं है.
सवाल : देशभर में सबसे बेहतर मुख्यमंत्री आप किसे मानते हैं?
जवाब : पिछले 16 सालों से हमारे मुख्यमंत्री बिहार को जिस तरह से पटरी पर लाए हैं, वही बहुत अच्छा काम किए हैं.
सवाल : आरोप लगते हैं कि योगी आदित्यनाथ सरकार एकतरफा कार्रवाई करती है, क्या कहेंगे?
जवाब : लोकतंत्र में जातिवाद का कोई स्थान नहीं है. जब भी विरोध की बात आती है लोकतंत्र में तो विरोध इतना नीचे आ गया है कि लोग जाति के आरोप लगाने लग जाते हैं. लोकतंत्र में मैं कह रहा हूं जाति का कोई स्थान नहीं है. लोकतंत्र में जब भी चुनी हुई सरकार होती है उसको जनता के हित के लिए काम करना चाहिए. जनकल्याण के लिए काम करना चाहिए. बाकी आरोप-प्रत्यारोप तो आज की डेट में होते ही हैं. जैसे अभी हमारे यहां नीतीश कुमार ने जो किया, किस तरीके की भाषा शैली लोगों ने इस्तेमाल की है. आदमी को देखना चाहिए. 22 साल का लंबा प्रशासनिक बेदाग कार्यकाल नीतीश कुमार का रहा है. न कभी करप्शन के आरोप लगे न जाति के आरोप लगे. ईमानदारी के साथ उन्होंने जनता की सेवा की.
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सवाल : मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद पर कार्रवाई हो रही है अभी अंदर है और सरकार के संरक्षण वाले बाहर?
जवाब : राष्ट्रीय महासचिव धनंजय सिंह इस सवाल का जवाब देने से पूरी तरह बचते नजर आए.