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यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल कराने वालों पर होगी रासुका के तहत कार्रवाई

यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल कराने वालों पर रासुका (National Security Law) के तहत कार्रवाई होगी. यह बात मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर हुई समीक्षा बैठक में कही.

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मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा (Chief Secretary Durga Shankar Mishra)
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Published : Mar 15, 2022, 10:53 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने मंगलवार को माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. इसमें वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शामिल हुए. प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के लिए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) ने खाका तैयार किया है. संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.

दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि संवेदनशील जिलों में एसटीएफ को निगरानी की जिम्मेदारी दी जाएगी. प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस बल लगाया जाएगा. सभी परीक्षा केंद्रों के सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरे होंगे. कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी साफ्टवेयर के माध्यम से लगाई जाएगी. उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा के लिए मंगलवार को हुई बैठक में मुख्य सचिव ने सभी अफसरों की जिम्मेदारियां तय कीं.

मुख्य सचिव ने कहा कि जिला प्रशासन प्रश्न पत्रों के पहुंचने से पहले ही प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए उसे जिला मुख्यालय में पुलिस कस्टडी में रखा जाए. परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न पत्रों का वितरण जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी की निगरानी में जिला विद्यालय निरीक्षक से पुलिस अभिरक्षा में कराया जाएगा. जिलों को अफसरों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा की अवधि में पर्याप्त संख्या में सशस्त्र पुलिस बल उपलब्ध रहे. नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए जिलों में जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएं. अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जाए और ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाए.


मुख्य सचिव ने परीक्षा अवधि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति का आदेश दिया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से कहा कि वो परीक्षा केंद्रों पर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराएं, जिससे परीक्षार्थियों को परेशानी न हो. जिलों के अफसरों से कहा गया है कि वे शत प्रतिशत परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर लें और यह सुनिश्चित कर लें कि वहां आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हों.
ये भी पढ़ें- यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने दिया इस्तीफा, पढ़ें पूरी खबर

अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 8373 परीक्षा केन्द्रों पर 51 लाख 92 हजार 689 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. प्रश्न पत्रों को रखने की विशेष व्यवस्था की गई है. पूरी परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में होगी. इसके लिए लखनऊ में क्रेंदीयकृत राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां सभी केंद्रों से सीसीटीवी की लाइव फीड पहुंचेगी. नकल विहीन परीक्षा की जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक की होगी. पहली बार परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों एवं कर्मियों की तैनाती साफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी. परीक्षा केन्द्र पर मोबाइल फोन ले जाना वर्जित रहेगा.


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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने मंगलवार को माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. इसमें वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी मण्डलायुक्त, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शामिल हुए. प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के लिए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) ने खाका तैयार किया है. संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.

दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि संवेदनशील जिलों में एसटीएफ को निगरानी की जिम्मेदारी दी जाएगी. प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस बल लगाया जाएगा. सभी परीक्षा केंद्रों के सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरे होंगे. कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी साफ्टवेयर के माध्यम से लगाई जाएगी. उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा के लिए मंगलवार को हुई बैठक में मुख्य सचिव ने सभी अफसरों की जिम्मेदारियां तय कीं.

मुख्य सचिव ने कहा कि जिला प्रशासन प्रश्न पत्रों के पहुंचने से पहले ही प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए उसे जिला मुख्यालय में पुलिस कस्टडी में रखा जाए. परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न पत्रों का वितरण जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी की निगरानी में जिला विद्यालय निरीक्षक से पुलिस अभिरक्षा में कराया जाएगा. जिलों को अफसरों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा की अवधि में पर्याप्त संख्या में सशस्त्र पुलिस बल उपलब्ध रहे. नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए जिलों में जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएं. अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी जाए और ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाए.


मुख्य सचिव ने परीक्षा अवधि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति का आदेश दिया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से कहा कि वो परीक्षा केंद्रों पर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराएं, जिससे परीक्षार्थियों को परेशानी न हो. जिलों के अफसरों से कहा गया है कि वे शत प्रतिशत परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर लें और यह सुनिश्चित कर लें कि वहां आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हों.
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अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 8373 परीक्षा केन्द्रों पर 51 लाख 92 हजार 689 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. प्रश्न पत्रों को रखने की विशेष व्यवस्था की गई है. पूरी परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में होगी. इसके लिए लखनऊ में क्रेंदीयकृत राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां सभी केंद्रों से सीसीटीवी की लाइव फीड पहुंचेगी. नकल विहीन परीक्षा की जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक की होगी. पहली बार परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों एवं कर्मियों की तैनाती साफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी. परीक्षा केन्द्र पर मोबाइल फोन ले जाना वर्जित रहेगा.


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