लखनऊ : उत्तर प्रदेश में जल्द ही गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे शुरू होना है. सर्वे से पहले देशभर में मुस्लिम संगठनों ने योगी सरकार और मदरसा बोर्ड की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं. सांसद असदुद्दीन ओवैसी (MP Asaduddin Owaisi) ने इस सर्वे को मिनी NRC तक करार दिया है. वहीं इस मामले पर अब मदरसा बोर्ड संजीदा नज़र आने लगा है और मुस्लिम धर्मगुरुओं पास पहुंचकर उनके साथ की दरकार कर रहा है.
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के सदस्य (Madrasa board member) कमर अली ने इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया (Islamic Center of India) पहुंचकर मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली से मुलाकात की. कमर अली ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार मदरसा विनियमावली 2016 (Madrasa Regulations 2016) में संशोधन करने जा रही है. जिसके लिए प्रदेश के मदरसों से जुड़े शिक्षाविदों और बड़े मुस्लिम रहनुमाओं से राय मशवरा किया जा रहा है. कमर अली ने बताया कि प्रदेश में जल्द ही गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे (Survey of Unrecognized Madrasas) होना है. जिसका मकसद वहां शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों, शिक्षकों और उनको वहां मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं की पूरी जानकारी करना है.
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि मदरसा शिक्षा परिषद के सदस्य कमर अली ने मिलकर मदरसों के उत्थान के लिए उठाए जा रहे कदम को लेकर बातचीत की है. मौलाना ने कहा कि कमर अली ने यह आश्वस्त किया है कि इस सर्वे से कोई भी ऐसा मसला नहीं खड़ा होना है जिससे मुसलमानों में बेचैनी पैदा हो.
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