लखनऊ: यूपी में हर सरकार के शासनकाल में विकास से ज्यादा स्थान, जिलों और इमारतों के नामकरण और नाम बदलने पर जोर दिया जाता है. राजधानी लखनऊ ने भी नगर निगम की सड़कों का और चौराहों के नामकरण की परंपरा जारी है. इसी कड़ी में महापौर संयुक्ता भाटिया ने आलमबाग के वीआईपी रोड स्थित तिराहे का नाम सिख समाज के गुरु नानक देव के नाम पर करने की घोषणा की थी. अब यह प्रस्ताव नगर निगम ने भी पास कर दिया है. सिख समाज महापौर के इस कार्य से काफी खुश है. जिसके चलते उनका सम्मान भी किया गया. वहीं इसको 2022 में नगर निकाय के चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. क्योंकि सिख समाज का नगरी क्षेत्र में काफी बड़ा वोट बैंक भी है.
आलमबाग के वीआईपी रोड तिराहे का बदला नाम
अब यह तिराहा गुरु नानक देव के नाम से जाना जाएगा. इससे सिख समाज में काफी खुशी है. जिसके बाद आलमबाग स्थित गुरुद्वारे के कार्यवाहक अध्यक्ष निर्मल सिंह ने महापौर का सम्मान भी किया. महापौर के तिराहे का नामकरण का यह कार्य को 2022 के नगर निकाय चुनाव में सिख समाज कि वोट बैंक को लेकर भी देखा जा रहा है.
आलमबाग के VIP रोड तिराहे की बदली पहचान, जानें नया नाम... - लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया
यूपी में स्थानों का नाम बदलने का सिलसिला अभी जारी है. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में नगर निगम ने आलमबाग इलाके में मौजूद वीआईपी रोड तिराहे का नाम बदल दिया है.
लखनऊ: यूपी में हर सरकार के शासनकाल में विकास से ज्यादा स्थान, जिलों और इमारतों के नामकरण और नाम बदलने पर जोर दिया जाता है. राजधानी लखनऊ ने भी नगर निगम की सड़कों का और चौराहों के नामकरण की परंपरा जारी है. इसी कड़ी में महापौर संयुक्ता भाटिया ने आलमबाग के वीआईपी रोड स्थित तिराहे का नाम सिख समाज के गुरु नानक देव के नाम पर करने की घोषणा की थी. अब यह प्रस्ताव नगर निगम ने भी पास कर दिया है. सिख समाज महापौर के इस कार्य से काफी खुश है. जिसके चलते उनका सम्मान भी किया गया. वहीं इसको 2022 में नगर निकाय के चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. क्योंकि सिख समाज का नगरी क्षेत्र में काफी बड़ा वोट बैंक भी है.
आलमबाग के वीआईपी रोड तिराहे का बदला नाम
अब यह तिराहा गुरु नानक देव के नाम से जाना जाएगा. इससे सिख समाज में काफी खुशी है. जिसके बाद आलमबाग स्थित गुरुद्वारे के कार्यवाहक अध्यक्ष निर्मल सिंह ने महापौर का सम्मान भी किया. महापौर के तिराहे का नामकरण का यह कार्य को 2022 के नगर निकाय चुनाव में सिख समाज कि वोट बैंक को लेकर भी देखा जा रहा है.