लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण ऑनलाइन मानचित्र जमा करने की जटिल प्रक्रिया को आसान बनाएगा. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने मंगलवार को आर्किटेक्ट एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक की. इस में उन्होंने इस बात का आश्वासन दिया. इस दौरान आर्किटेक्ट ने सॉफ्टवेयर की खामियों के चलते मानचित्र जमा होने में विलम्ब समेत अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी दी.
लखनऊ विकास प्राधिकरण भवन में हुई इस बैठक में ऑनलाइन बिल्डिंग प्लान अप्रूवल सिस्टम के माध्यम से स्वीकृत किए जा रहे मानचित्रों के सम्बंध में विस्तृत चर्चा की गई. इसमें शामिल आर्किटेक्ट ने अपनी समस्याएं बतायीं और कहा कि ऑनलाइन माध्यम से मानचित्र जमा होने की प्रक्रिया बहुत जटिल है. शासन द्वारा नक्शा जमा होने का जो समय निर्धारित किया गया है, सॉफ्टवेयर की खामी के चलते वह अत्यधिक समय लेता है.
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आर्किटेक्ट ने इसे ठीक करने और पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग किए जाने की मांग की. आर्किटेक्ट ने यह भी बताया कि जो सॉफ्टवेयर चल रहा है, उसमें भवन निर्माण विकास उपविधि के पूरे प्रावधान समाहित नहीं हैं. इस कारण सही ड्राइंग भी अस्वीकृत हो जाती है. इसके अलावा मानचित्र स्वीकृति से सम्बंधित हेल्प डेस्क और डेमो सर्वर भी सही से काम नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण नक्शों में दिक्कत आती है.
आर्किटेक्ट ने मांग की है कि जब तक सॉफ्टवेयर में आ रही दिक्कतें पूरी तरह से दूर न हों, तब तक नक्शे ऑनलाइन और ऑफलाइन पास किए जाएं. उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने आर्किटेक्ट एसोसिएशन द्वारा बताई गईं सभी समस्याओं को सुना. उन्होंने इसका संज्ञान लेते हुए इन्हें नियमानुसार हल करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर में आ रही दिक्कत को बारे में शासन को बताया जाएगा.
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प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने सम्बंधित अधिकारियों को नियमानुसार प्रस्ताव प्रस्तुत करके समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिए. उन्होंने आर्किटेक्ट एसोसिएशन को आश्वासन दिया कि प्राधिकरण स्तर से उनकी हर समस्या का समाधान किया जाएगा और जो समस्याएं शासन स्तर से निस्तारित होने वाली हैं, उन्हें शासन के सामने रखा जाएगा. बैठक में मुख्य नगर नियोजक नितिन मित्तल, अधिशासी अभियंता भूपेन्द्र वीर सिंह और अंवर अभियंता अतुल शर्मा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.