लखनऊ : श्री जयनारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दाखिले के लिए स्टूडेंट्स में होड़ रहती है. लखनऊ विश्वविद्यालय के बाद केकेसी महाविद्यालय में सबसे अधिक छात्र पढ़ने के लिए आते हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय के बाद सबसे ज्यादा सीटें केकेसी कॉलेज में ही हैं. जल्द ही एमएससी जूलॉजी और एमएससी स्टैटिक्स कोर्स भी कॉलेज में होगा.
एक समय तक यहां बी.कॉम में प्रवेश के लिए सबसे ज्यादा आवेदन आते थे लेकिन सुधारों के साथ अब केकेसी की नई पहचान बीकॉम, विज्ञान और लॉ की पढ़ाई है. बी.कॉम, बी.कॉम ऑनर्स आज भी मजबूत है लेकिन बीबीए (आईबी) व एलएलबी के अलावा एमएससी केमिस्ट्री, फिजिक्स और कंप्यूटर साइंस में प्रवेश के लिए प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी बढ़ गया है. सत्र 2022-23 के लिए आवेदन प्रक्रिया 30 जून तक जारी रहेगी. बीबीए की एक सीट पर तीन और एलएलबी (तृतीय वर्ष) की एक सीट पर चार से आठ दावेदार रहते हैं.
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. मीता साह ने बताया कि साल 1917 कान्यकुब्ज नाम से विद्यालय की शुरुआत हुई थी. आज यहां 20 प्रयोगशाला हैं और नौ स्मार्ट क्लास चल रही है. फिलहाल इस समय 22 कोर्स की पढ़ाई होती है. महाविद्यालय में बेहतर शिक्षा देने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. शोध पत्र को विस्तार दिया जा रहा है. एलएलबी और बीबीए के साथ ही विज्ञान पाठ्यक्रम की मांग प्रतिवर्ष बढ़ रही है. छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट देने की दिशा में काम चल रहा है. जल्द ही एमएससी जूलॉजी और एमएससी स्टैटिक्स को पढ़ाए जाने की दिशा में सोचा जा रहा है.
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स्नातक में कुल 3610 सीटें हैं. वहीं परास्नातक में 740 सीटें हैं. कुल मिलाकर कॉलेज में 11 हजार से अधिक स्टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं. जिसमें से छात्राओं की संख्या अधिक है. कॉलेज में छात्राएं छह हजार से अधिक हैं. छात्राओं का कहना है कि हमारा कॉलेज काफी अच्छा है. यहां के प्रोफेसर काफी अच्छे हैं. काफी हेल्प करते हैं.
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