लखनऊ : खाद एवं रसद आयुक्त कार्यालय को जवाहर भवन के दूसरे तल से कहीं दूर किराए की बिल्डिंग में स्थापित किया जा रहा है. जिसको लेकर जवाहर भवन-इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि ऐसा करने से प्रशासनिक कार्य में बाधा उत्पन्न होगी, साथ ही सरकार पर बिल्डिंग के किराए का बोझ भी पड़ेगा.
खाद एवं रसद आयुक्त कार्यालय का संचालन पिछले 40 सालों से भी ज्यादा समय से हजरतगंज स्थित जवाहर भवन बिल्डिंग के दूसरे तल पर किया जा रहा है. मगर अब इस कार्यालय को शहर के बाहर किराए की बिल्डिंग में स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है. महासंघ अध्यक्ष सतीश पांडे का कहना है कि विभागीय अधिकारियों द्वारा जानबूझकर सरकार पर बेवजह का बोझ डालने की कोशिश की जा रही है. ऐसा होने से सरकार पर अनावश्यक रूप से वित्तीय भार पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यदि यह कार्यालय किसी किराए के भवन में स्थापित होगा तो सरकार का प्रतिमान अनावश्यक रूप से लाखों रुपए होगा खर्चा पड़ेगा. अधिकारियों और कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा.
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कर्मचारी महासंघ के महामंत्री सुशील कुमार बच्चा ने विभागीय अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इनके द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों का उत्पीड़न करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि आयुक्त कार्यालय के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को यहां पर कई मूलभूत समस्याओं का लाभ हो रहा है. जैसे वातानुकूलित भवन, मल्टीलेवल पार्किंग, एलोपैथिक, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक, डिस्पेंसरी, डाकघर, बैंक तथा रेल आरक्षण केंद्र आदि. विभागीय अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों को ऐसी सुविधाओं से वंचित करने की कोशिश की जा रही है.
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