लखनऊ: केजीएमयू में ब्लड बैंक में खून की दलाली के मामले सामने आने के बाद केजीएमयू प्रशासन में तहलका मच गया था. इसके बाद केजीएमयू प्रशासन की तरफ से मामले को लेकर थाने में तहरीर भी दी गई थी. अब इस पूरे मामले में केजीएमयू प्रशासन अपनी आंतरिक कमेटी के माध्यम से जांच कराएगा.
केजीएमयू में खून की दलाली की मामले की जांच के लिए आंतरिक कमेटी का गठन कर दिया गया है. केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि यह कमेटी कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करेगी. जांच में पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा. खून की दलाली का भंडाफोड़ होने के बाद केजीएमयू प्रशासन ने चौक कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है.
आंतरिक कमेटी करेगी जांच
ट्रॉमा सेंटर में फर्जी पंजीकरण कराकर निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को मुफ्त खून दिलाने का मामला भी प्रकाश में आया था. इसमें केजीएमयू कर्मियों का नाम सामने आने के बाद अब आंतरिक जांच कमेटी नहीं बनने पर सवाल उठाए थे. इसके बाद दबाव बढ़ने पर केजीएमयू प्रशासन ने आंतरिक जांच कमेटी गठित कर दी है.
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इसमें जांच कमेटी ब्लड ट्रांसफ्यूजन, मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ तूलिका चंद्रा, फैमिली मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ नरसिंह वर्मा समेत कई मुख्य इसमें शामिल है. यह कमेटी पूरे मामले की जांच करेंगी. जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनके मोबाइल नंबरों की पड़ताल भी की जाएगी.