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लखनऊ: केजीएमयू ब्लड बैंक दलाली मामले में आंतरिक कमेटी करेगी जांच

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित केजीएमयू ब्लड बैंक में खून की दलाली के मामले में केजीएमयू प्रशासन ने एक आंतरिक कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करेगी. जांच में पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा.

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केजीएमयू ब्लड बैंक.
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Published : Jan 25, 2020, 3:39 AM IST

लखनऊ: केजीएमयू में ब्लड बैंक में खून की दलाली के मामले सामने आने के बाद केजीएमयू प्रशासन में तहलका मच गया था. इसके बाद केजीएमयू प्रशासन की तरफ से मामले को लेकर थाने में तहरीर भी दी गई थी. अब इस पूरे मामले में केजीएमयू प्रशासन अपनी आंतरिक कमेटी के माध्यम से जांच कराएगा.

जानकारी देते केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह.

केजीएमयू में खून की दलाली की मामले की जांच के लिए आंतरिक कमेटी का गठन कर दिया गया है. केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि यह कमेटी कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करेगी. जांच में पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा. खून की दलाली का भंडाफोड़ होने के बाद केजीएमयू प्रशासन ने चौक कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है.

आंतरिक कमेटी करेगी जांच
ट्रॉमा सेंटर में फर्जी पंजीकरण कराकर निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को मुफ्त खून दिलाने का मामला भी प्रकाश में आया था. इसमें केजीएमयू कर्मियों का नाम सामने आने के बाद अब आंतरिक जांच कमेटी नहीं बनने पर सवाल उठाए थे. इसके बाद दबाव बढ़ने पर केजीएमयू प्रशासन ने आंतरिक जांच कमेटी गठित कर दी है.

इसे भी पढ़ें- यूपी स्थापना दिवस- बोले सीएम योगी 'जिसका कोई नहीं उसका शासन होगा'

इसमें जांच कमेटी ब्लड ट्रांसफ्यूजन, मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ तूलिका चंद्रा, फैमिली मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ नरसिंह वर्मा समेत कई मुख्य इसमें शामिल है. यह कमेटी पूरे मामले की जांच करेंगी. जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनके मोबाइल नंबरों की पड़ताल भी की जाएगी.

लखनऊ: केजीएमयू में ब्लड बैंक में खून की दलाली के मामले सामने आने के बाद केजीएमयू प्रशासन में तहलका मच गया था. इसके बाद केजीएमयू प्रशासन की तरफ से मामले को लेकर थाने में तहरीर भी दी गई थी. अब इस पूरे मामले में केजीएमयू प्रशासन अपनी आंतरिक कमेटी के माध्यम से जांच कराएगा.

जानकारी देते केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह.

केजीएमयू में खून की दलाली की मामले की जांच के लिए आंतरिक कमेटी का गठन कर दिया गया है. केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि यह कमेटी कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करेगी. जांच में पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा. खून की दलाली का भंडाफोड़ होने के बाद केजीएमयू प्रशासन ने चौक कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है.

आंतरिक कमेटी करेगी जांच
ट्रॉमा सेंटर में फर्जी पंजीकरण कराकर निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को मुफ्त खून दिलाने का मामला भी प्रकाश में आया था. इसमें केजीएमयू कर्मियों का नाम सामने आने के बाद अब आंतरिक जांच कमेटी नहीं बनने पर सवाल उठाए थे. इसके बाद दबाव बढ़ने पर केजीएमयू प्रशासन ने आंतरिक जांच कमेटी गठित कर दी है.

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इसमें जांच कमेटी ब्लड ट्रांसफ्यूजन, मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ तूलिका चंद्रा, फैमिली मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ नरसिंह वर्मा समेत कई मुख्य इसमें शामिल है. यह कमेटी पूरे मामले की जांच करेंगी. जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनके मोबाइल नंबरों की पड़ताल भी की जाएगी.

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केजीएमयू में ब्लड बैंक में खून की दलाली के मामले सामने आने के बाद केजीएमयू प्रशासन तहलका मच गया था जिसके बाद के जुर्म में प्रशासन की तरफ से मामले को लेकर के थाने में तहरीर भी दी गई थी। लेकिन अब इस पूरे मामले करके जेल प्रशासन अपनी आंतरिक कमेटी के माध्यम से जांच भी करवाएगा।






Body:केजीएमयू में खून की दलाली की मामले की जांच के लिए आंतरिक कमेटी का गठन कर दिया गया है। केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि यह कमेटी कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच करेगी। जांच में पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा। खून की दलाली का भंडाफोड़ होने के बाद के जेल प्रशासन ने चौक कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है। ट्रामा सेंटर में फर्जी पंजीकरण कराकर निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को मुफ्त खून दिलाने का मामला भी प्रकाश में आया था। इसमें केजीएमयू कर्मियों का नाम सामने आने के बाद अब आंतरिक जांच कमेटी नहीं बनने पर सवाल उठाए थे। इसके बाद दबाव बढ़ने पर केजीएमयू प्रशासन ने आंतरिक जांच कमेटी गठित कर दी है। इसमें जांच कमेटी ब्लड ट्रांसफ्यूजन,मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ तूलिका चंद्रा, फैमिली मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ नरसिंह वर्मा समेत कई मुख्य इसमें शामिल है।यह कमेटी पूरे मामले की जांच करेंगी। जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनके मोबाइल नंबरों की पड़ताल भी की जाएगी।

बाइट- डॉ सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू




Conclusion:उम्मीद है केजीएमयू प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले की आंतरिक जांच कमेटी में ब्लड बैंक में हुए गोरखधंधे में कई दोषी कर्मचारियों के नाम भी सामने आएंगे। जिससे कि इन कर्मचारियों के रवैया पर लगाम लगाकर ब्लड बैंक में चल रहे गोरखधंधे पर भी पाबंदी लग पाएगी।

एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
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