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सीएम योगी और नितिन गडकरी दोनों ने माना कोविड से ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं में मरते हैं लोग

इंडियन रोड कांग्रेस (Indian Road Congress) का 81वां अधिवेशन का सीएम योगी ने शुभारंभ कर दिया है. इस दौरान सीएम योगी ने कहा है कि कोरोना काल में ढाई साल में 23 हजार लोगों की मौत हुई है. जबकि सड़क दुर्घटनाओं में एक साल में ही 20 लोगों की मौत हुई है.

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लखनऊ में इंडियन रोड कांग्रेस का अधिवेशन
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Published : Oct 8, 2022, 7:27 AM IST

Updated : Oct 8, 2022, 8:11 PM IST

लखनऊ: इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शनिवार को इंडियन रोड कांग्रेस का सीएम योगी ने उद्घाटन किया. इस दौरान सीएम योगी और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक स्वर में कहा कि देश और उत्तर प्रदेश में कोरोना काल में जितने लोग मरे उतने एक साल में सड़क दुर्घटनाओं में मर जाते हैं. सीएम योगी ने कहा कि यूपी में कोरोना काल में 23 हजार लोग मरे जबकि सड़क दुर्घटना में 20 हजार लोगों की मौत एक साल में हो जाती है. वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हर वर्ष देश में करीब 5 लाख लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो रही है. दोनों ही नेताओं ने इंडियन रोड कांग्रेस में शामिल होकर डेलीगेट्स से अपील की कि वो उत्तर प्रदश में सुरक्षित सड़कों का उपहार प्रदान करें.


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर हमारी बात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से होती थी. उनके पास महाराष्ट्र में लोक निर्माण मंत्री का अनुभव रहा. तब उन्होंने मुंबई से पुणे एक्सप्रेस वे दिया था. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने देश को स्वर्णिम चतुर्भुज योजना दी थी. जबकि पिछले आठ सालों में अलग काम किया गया. आज यूपी में हर जगह फॉर लेन कनेक्टविटी मिलेगी. हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस कर वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस वे बनाएंगे. हमने दो क्षेत्रों पूर्वी और बुंदेलखंड को एक्सप्रेस वे बनाया. हम कोरोना काल में भी काम करवाया और समय से काम पूरा हुआ है.

सीएम योगी ने कहा कि यूपी में हाइवे और इंटर स्टेट कनेक्टविटी दी गई है. हम एफडीआर तकनीक से बेहतर सड़क बना रहे हैं. हमारे तकनीकी विशेषज्ञ लकीर के फकीर बने रहते हैं. हमको अधिक इनोवेशन करने होंगे. उन्होंने कहा कि यूपी मेडल फॉर रोड कंस्ट्रक्शन को भी घोषित करें. यूपी सरकार इसका पूरा खर्च वहन करेगी. कोरोना के ढाई साल में प्रदेश 23 हजार लोगों की जान गई, मगर सड़क दुर्घटनाओं में एक साल में 20 हजार लोगों की जान चली गई. अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुरक्षित सड़कों की कितनी आवश्यकता है.

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आप सब विश्वकर्मा की भूमिका में हैं. मुझे याद है कि जब मैं लोक निर्माण मंत्री था, तब मैंने पुणे एक्सप्रेस वे बनाया था. मेरे पास केवल पांच करोड़ रूपये थे. तब मुझसे पूछा गया कि इतने में ये एक्सप्रेस वे कैसे बनेगा. तब मैंने कहा था there is will there is a way. अगर चाह नहीं है तो फिर सेमिनार और वर्कशॉप होते रहेंगे. हम इस्तेमाल किए हुए टायर और प्लास्टिक का उपयोग सड़क बनाने में कर सकते हैं. हम जितनी अच्छी सड़क बनाएंगे, उतने ज्यादा वाहन चलेंगे. अभी हम सड़क निर्माण से चार करोड़ रोजगार पैदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम दिल्ली से जयपुर के बीच ई-हाइवे बनाएंगे, जिसमें ई-कार खुद ब खुद चार्ज होगी. मैं सीएम योगी यूपी में डबल डेकर बसें चलाने का आग्रह करता हूं. 5 साल में डीजल और पेट्रोल को यूपी से बाहर कर दीजिये. खूब बायो डीजल बनाएं.

ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र के नासिक में बस हादसे के बाद लगी आग, 10 लोग जिंदा जले

लखनऊ: इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शनिवार को इंडियन रोड कांग्रेस का सीएम योगी ने उद्घाटन किया. इस दौरान सीएम योगी और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक स्वर में कहा कि देश और उत्तर प्रदेश में कोरोना काल में जितने लोग मरे उतने एक साल में सड़क दुर्घटनाओं में मर जाते हैं. सीएम योगी ने कहा कि यूपी में कोरोना काल में 23 हजार लोग मरे जबकि सड़क दुर्घटना में 20 हजार लोगों की मौत एक साल में हो जाती है. वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हर वर्ष देश में करीब 5 लाख लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो रही है. दोनों ही नेताओं ने इंडियन रोड कांग्रेस में शामिल होकर डेलीगेट्स से अपील की कि वो उत्तर प्रदश में सुरक्षित सड़कों का उपहार प्रदान करें.


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर हमारी बात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से होती थी. उनके पास महाराष्ट्र में लोक निर्माण मंत्री का अनुभव रहा. तब उन्होंने मुंबई से पुणे एक्सप्रेस वे दिया था. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने देश को स्वर्णिम चतुर्भुज योजना दी थी. जबकि पिछले आठ सालों में अलग काम किया गया. आज यूपी में हर जगह फॉर लेन कनेक्टविटी मिलेगी. हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस कर वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस वे बनाएंगे. हमने दो क्षेत्रों पूर्वी और बुंदेलखंड को एक्सप्रेस वे बनाया. हम कोरोना काल में भी काम करवाया और समय से काम पूरा हुआ है.

सीएम योगी ने कहा कि यूपी में हाइवे और इंटर स्टेट कनेक्टविटी दी गई है. हम एफडीआर तकनीक से बेहतर सड़क बना रहे हैं. हमारे तकनीकी विशेषज्ञ लकीर के फकीर बने रहते हैं. हमको अधिक इनोवेशन करने होंगे. उन्होंने कहा कि यूपी मेडल फॉर रोड कंस्ट्रक्शन को भी घोषित करें. यूपी सरकार इसका पूरा खर्च वहन करेगी. कोरोना के ढाई साल में प्रदेश 23 हजार लोगों की जान गई, मगर सड़क दुर्घटनाओं में एक साल में 20 हजार लोगों की जान चली गई. अंदाजा लगाया जा सकता है कि सुरक्षित सड़कों की कितनी आवश्यकता है.

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आप सब विश्वकर्मा की भूमिका में हैं. मुझे याद है कि जब मैं लोक निर्माण मंत्री था, तब मैंने पुणे एक्सप्रेस वे बनाया था. मेरे पास केवल पांच करोड़ रूपये थे. तब मुझसे पूछा गया कि इतने में ये एक्सप्रेस वे कैसे बनेगा. तब मैंने कहा था there is will there is a way. अगर चाह नहीं है तो फिर सेमिनार और वर्कशॉप होते रहेंगे. हम इस्तेमाल किए हुए टायर और प्लास्टिक का उपयोग सड़क बनाने में कर सकते हैं. हम जितनी अच्छी सड़क बनाएंगे, उतने ज्यादा वाहन चलेंगे. अभी हम सड़क निर्माण से चार करोड़ रोजगार पैदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम दिल्ली से जयपुर के बीच ई-हाइवे बनाएंगे, जिसमें ई-कार खुद ब खुद चार्ज होगी. मैं सीएम योगी यूपी में डबल डेकर बसें चलाने का आग्रह करता हूं. 5 साल में डीजल और पेट्रोल को यूपी से बाहर कर दीजिये. खूब बायो डीजल बनाएं.

ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र के नासिक में बस हादसे के बाद लगी आग, 10 लोग जिंदा जले

Last Updated : Oct 8, 2022, 8:11 PM IST
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