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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 15 राष्ट्रों में तैनात भारतीय राजदूतों ने की भेंट, निवेश पर हुई बातचीत - 5 राष्ट्रों में तैनात भारतीय राजदूतों

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से सोमवार को 15 राष्ट्रों में तैनात भारत के राजदूतों ने भेंट की. विकास की दौड़ में पिछड़े 08 आकांक्षात्मक जनपदों के समग्र विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का अवलोकन कर राजधानी आए इन वरिष्ठ राजनयिकों ने अपने भ्रमण के अनुभवों को मुख्यमंत्री से साझा किया और प्रदेश के विकास के लिए अपने सुझाव भी दिए.

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Published : Oct 17, 2022, 11:11 PM IST

Updated : Oct 18, 2022, 10:10 AM IST

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से सोमवार को 15 राष्ट्रों में तैनात भारत के राजदूतों ने भेंट की. विकास की दौड़ में पिछड़े 08 आकांक्षात्मक जनपदों के समग्र विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का अवलोकन कर राजधानी आए इन वरिष्ठ राजनयिकों ने अपने भ्रमण के अनुभवों को मुख्यमंत्री से साझा किया और प्रदेश के विकास के लिए अपने सुझाव भी दिए. राजदूतगणों ने आकांक्षात्मक जनपद बहराइच और फतेहपुर के अपने भ्रमण के अनुभवों को अविस्मरणीय बताया. वहां स्कूलों में बच्चों से बातचीत साफ-सफाई, गांव में अमृत सरोवर, लैंगिक समानता आदि के प्रयासों को सुखद बताया. राजदूतों ने प्रदेश में बेहतर होती इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं, विद्यालयों के कायाकल्प, अमृत सरोवर, सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, उद्योग जगत को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों और निवेश अनुकूल माहौल की सराहना करते हुए उत्तर प्रदेश को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के पैमाने पर राज्य सरकार के प्रयासों की भी सराहना की. विदेशों में तैनात वरिष्ठ राजनयिकों का उत्तर प्रदेश आगमन पर अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजदूत के रूप में यह सभी विदेशों में भारत के ब्रांड एम्बेसडर हैं. आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर भारत की मजबूत स्थिति है, इसमें राजदूत गणों का अहम योगदान है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 करोड़ आबादी वाला उत्तर प्रदेश भारत में सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश है. यह भारत का हृदय स्थल है. यह भारत की आध्यत्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का स्रोत है. यहां की उर्वर भूमि इस प्रदेश की समृद्धि का मूलाधार है. प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा वाले उत्तर प्रदेश में असीम संभावनाएं हैं. हम भारत में खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर हैं. शुगर और एथेनाल का उत्पादन सर्वाधिक यहीं होता है. विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम नम्बर देश में प्रथम स्थान पर हैं. आज जबकि दुनिया मे खाद्य संकट की स्थिति है तब प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर है बल्कि निर्यात भी कर रहा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए 'ट्रिपल टी' का मंत्र दिया है. ट्रिपल टी यानी 'ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म. मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रदेश के नागरिक दक्षिण-पूर्व एशिया, खाड़ी देशों में प्रवास करते हैं. इनमें बड़ी संख्या अकुशल श्रमिकों की है. अकुशल होने के कारण आमतौर पर उनका पारिश्रमिक भी कम होता है. ऐसे में सरकार इनके कौशल उन्नयन के लिए प्रयासरत है. राजदूत गणों के सहयोग से ऐसे लोगों को चिन्हित कर इनके कौशल संवर्धन के काम किया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग द्वारा चिन्हित प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपदों (बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट, बहराइच और श्रावस्ती) में विकास के सभी मानकों पर नियोजित कार्य किया जा रहा है. नीति आयोग द्वारा सतत रियल टाइम मॉनीटरिंग डैशबोर्ड (चैंपियन ऑफ चेंज) के अनुसार जारी रैंकिंग में इन जिलों ने अच्छा स्थान प्राप्त किया है. देश के कुल 112 आकांक्षात्मक जिलों में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने वाले जिलों की नवीनतम सूची में हमारे 06 जिले शीर्ष 10 में शामिल हैं, जबकि शीर्ष 20 में यूपी के सभी 08 जिले शामिल हैं.


मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से आकांक्षात्मक जनपदों की तर्ज पर राज्य सरकार ने आकांक्षात्मक विकासखंडों के सामाजिक-आर्थिक सुधार के लिए विशिष्ट प्रयास प्रारंभ किया है. एक कार्ययोजना तैयार की है. कुल 100 आकांक्षात्मक विकासखंडों का चयन पूर्ण हो गया है. स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना आदि क्षेत्र के तय 75 इंडिकेटर पर इन आकांक्षात्मक विकासखंडों के समग्र विकास के प्रयास किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने आकांक्षात्मक विकास खंडों में लागू मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अभिनव प्रयास की जानकारी भी दी.

उन्होंने बताया कि विकास खंडों को सतत मॉनिटरिंग और वास्तविक स्थिति के सटीक आंकलन के लिए सीएम फेलोशिप कार्यक्रम शुरू किया गया है. तकनीकी, प्रबंधन डिग्रीधारी विजनरी युवाओं के लिए यह एक शानदार अवसर होगा. मुख्यमंत्री ने राजदूत गणों को प्रदेश के पारंपरिक शिल्पकला के प्रोत्साहन हेतु शुरू की गई अभिनव 'ओडीओपी' योजना के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि एक जनपद, एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) हमारी विरासत की प्रतीक है. उन्होंने कहा कि ओडीओपी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से प्रदेश से निर्यात में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है. पिछले 05 वर्षों में निर्यात लगभग 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 1.60 लाख करोड़ रुपये हो गया है. प्रदेश में प्रस्तावित नवीन औद्योगिक प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक पार्क, टॉय पार्क, फ़िल्म सिटी, लॉजिस्टिक पार्क, मेगा लेदर पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे सेक्टर आधारित प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रही है. निवेशकों के लिए यह अच्छा अवसर हो सकता है. इस सम्बंध में राजदूत गणों का सहयोग अपेक्षित है.

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बेहतर हो रही कनेक्टिविटी की चर्चा करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश 13 एक्सप्रेस वे वाला प्रदेश बनने की राह पर है, 06 तो क्रियाशील भी हो चुके हैं. बुंदेलखंड और पूर्वांचल जैसे पिछड़े कहे जाने वाले क्षेत्र के विकास के लिए एक्सप्रेसवे की रफ्तार मिली है. प्रदेश में बेहतर एयर कनेक्टिविटी की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई 'उड़ान' योजना का उत्तर प्रदेश ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया है. 2017 से पहले प्रदेश में मुख्यतः दो ही एयरपोर्ट थे. तब 04 एयरपोर्ट से मात्र 25 गंतव्यों तक वायुसेवा उपलब्ध थी, आज 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 10 पर काम जारी है. आज 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा है. यह तब है, जबकि बीते 02 वर्ष से हम कोरोना का सामना कर रहे हैं.


बीते साढ़े पांच वर्षों में महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे 'मिशन शक्ति' जैसे प्रयासों और उनके परिणामों का संक्षिप्त परिचय देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या की समस्या के निदान के लिए सरकार ने पहले मुखबिर योजना चलाई और फिर मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का कार्यक्रम आगे बढ़ाया. आज लगभग 14 लाख बेटियों को इस योजना का लाभ प्रदेश में प्राप्त हो रहा है. निराश्रित महिला पेंशन योजना में पेंशन राशि ₹1000 की गई और आज 31.50 लाख महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष 10-12 फरवरी को 'उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट' का आयोजन किया जाना प्रस्‍तावित है. यह तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अभूतपूर्व होगा, ऐतिहासिक होगा और नए "उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को उड़ान" देने वाला होगा. व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा. ग्लोबल इन्वेस्टर समिट वर्ष 2023 तक प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में सहायक होगा, इसमें राजदूतगणों के सहयोग अपेक्षित है.

अखिलेश मिश्र (आयरलैंड): जो स्नेह मिला उससे अभिभूत हूं. 5 वर्ष में यूपी में जो परिवर्तन हुए हैं वो उल्लेखनीय हैं. सबसे बड़ा परिवर्तन मनोदशा में देखने को मिला है. खासकर हेल्थ और एजुकेशन सेक्टर में परिवर्तन उत्साहित करने वाला है. लॉ एंड ऑर्डर हो या ओडीओपी हर क्षेत्र में जमीनी स्तर पर कार्य हुए हैं. विकास के दृष्टिकोण के पीछे की समग्रता भी उल्लेखनीय है. लोगों में संस्कृति के प्रति गर्व का भाव दिख रहा है. विकास के सभी कार्यों में तारम्यता दिखाई दी, वो सराहनीय है. हम जहां भी गए कहीं भी गंदगी नहीं दिखी. ये यूपी ही नहीं देश के लिए भी बड़ा उदाहरण है.

दिनकर अस्थाना (लाओस): हमने बहराइच का दौरा किया. यूपी में स्टार्टअप पर काफी अच्छा काम हुआ है. इसे अभी और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. यूपी के सभी जिलों में स्टार्टअप को लेकर बहुत ज्यादा स्कोप है. छोटे जिलों से भी बड़े आइडिया निकल के सामने आ सकते हैं. लाओस एक बौद्ध देश है, वहां से बड़ी संख्या में पर्यटकों को उत्तर प्रदेश के बौद्ध तीर्थ स्थल अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं.

इंद्रमणि पांडेय (जेनेवा): यूपी बहुत बड़ी आबादी वाला राज्य है. मैने यहां रहने वाले अपने परिजनों से बात की. सभी ने कहा कि यहां काफी प्रगति हो रही है. यहां संभावनाएं काफी ज्यादा हैं. उत्तर प्रदेश में हुए बदलाव को मैं यूएन में हाइलाइट करने की कोशिश करूंगा. यूपी में स्टार्टअप के मामले में आगे निकलने की असीम संभावनाएं हैं.

नगमा मोहम्मद मलिक (पोलैंड): हमने फतेहपुर में एक कॉम्पोसिट विद्यालय का दौरा किया. सबसे बड़ा परिवर्तन लड़कियों के उत्साह में देखने को मिला. यूपी में स्वच्छता पर बहुत कार्य हुआ है. सबसे खास बात ये देखने को मिली कि यूपी ने अपने मनरेगा फंड से और जन सहभागिता से 60 नदियों को पुनर्जीवित कर दिया है, ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.

अनवर हलीम (जॉर्डन): यूपी में कृषि को बहुत अच्छी तरह से पुनर्नियोजित किया गया है. कृषि में नई टेक्नोलॉजी को कैसे समाहित करना है, इसपर अच्छा काम हुआ है. इसके साथ ही हमें सूचना प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और डेटा एनालिसिस के क्षेत्र में बड़ी संभावना है. आज दुनिया भारत की ओर देख रही है. यूपी इस क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर सकता है. खासकर केमिकल फ्री फर्टिलाइजर पर बड़े पैमाने निवेश की संभावनाएं हैं. जॉर्डन एक पर्यटन आधारित देश है और सबसे खास बात यूपी को लेकर जॉर्डन में बहुत अवेयरनेस है. जॉर्डन का चैम्बर ऑफ कांग्रेस यूपी को लेकर उत्साहित है.

सुधाकर दलेला (भूटान): यहां प्रशासन में जागरूकता है. दुनिया भर में फैले उत्तर प्रदेश के प्रवासियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है.

नवीन श्रीवास्तव (नेपाल): मेरे मन में जो इमेज थी यूपी को लेकर इसमें आमूल चूल परिवर्तन दिखा है. प्रदेश में हॉर्टिकल्चर के कार्य और अमृत सरोवर के कार्य सराहनीय हैं. नेपाल के साथ मिलकर टूरिज्म सेक्टर पर कार्य किया जा सकता है.

पीयूष श्रीवास्तव (बहरीन): यूपी में बहुत परिवर्तन देखने को मिला है. हमें अपने ओडीओपी प्रोडक्ट को टार्गेटेड करना होगा. गल्फ कंट्री को अगर हम फ़ूड सिक्यॉरिटी की एश्योर सप्लाई दे सकें तो ये हमारे लिए बड़ा हितकारी होगा. इसके साथ ही एक्सपोर्ट के क्षेत्र में हमें पैकेजिंग पर बहुत ध्यान देना होगा.

अमित कुमार (साउथ कोरिया): मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में साउथ कोरिया बहुत उन्नत है. साउथ कोरियन कंपनियां मैन पावर के लिए विदेशों की ओर देख रही हैं. हम अपने यहां स्किल डेवलपकर के उनके मैन पावर की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. हमें बुद्धा सर्किट को प्रमोट करने की आवश्यकता है.

मनीष चौहान (पुर्तगाल): यूपी में विकास तीव्र गति से होता दिख रहा है. खासकर पर्यटन के क्षेत्र में बहुत तेजी से कार्य हुए हैं. यूरोप का ज्यादातर पर्यटन पैदल चलने वालों का है. साथ ही सभी को टारगेट करने वाला पर्यटन है. हमें भी यूपी में सबको टारगेट करने वाले पर्यटन पर फोकस करना होगा. स्वच्छता पर बहुत कार्य हुआ है, इसे आगे भी जारी रखने की आवश्यकता है.

नीता भूषण (न्यूजीलैंड): प्रदेश में जेंडर इक्वलिटी में बहुत ज्यादा कार्य हुए हैं. लड़कियों में आत्मविश्वास बढ़ा है. आज उत्तर प्रदेश हर जगह चर्चा में है. हमारे यहां एक्सपोर्ट का बहुत बड़ा मार्केट अनटच है, हमें उन्हें उभारने की आवश्यकता है.

राजकुमार श्रीवास्तव (क्रोएशिया): उत्तर प्रदेश में स्पोर्ट्स को लेकर बहुत संभावनाएं हैं. पूरे विश्व में भारत आशा की किरण है और भारत के लिए उत्तर प्रदेश उम्मीद की किरण है.

शुभदर्शिनी त्रिपाठी (कजाखिस्तान): उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी बढ़ी है. विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक दिशा में काम हो रहा है. बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए बहुत सकारात्मक कदम उठाए गए हैं. यहां प्रशासन काम नहीं, सहयोग करते दिखा है. लोगों की मानसिकता में बदलाव आया है.

डॉ. पंकज शर्मा (मैक्सिको): हम फार्मा और ऑटोमोबाइल की मैन्यूफैक्चरिंग में बड़े स्तर पर कार्य कर सकते हैं. कृषि क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं. होंडुरास के जामो रानो यूनिवर्सिटी की तरह यूपी में विश्वविद्यालय शुरू करना चाहिए.

डॉ. राजेश रंजन (बोत्सवाना): उत्तर प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को लेकर बहुत सम्भावनाएं हैं. विश्व के एग्रीकल्चर डिमांड को यूपी बहुत हद तक पूरा कर सकता है. शिक्षा के क्षेत्र में भी हमारे पास बड़ा में पावर है, खासकर कला के क्षेत्र में दुनियाभर में टीचर्स की डिमांड है, जिसे यूपी पूरा कर सकता है.


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लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से सोमवार को 15 राष्ट्रों में तैनात भारत के राजदूतों ने भेंट की. विकास की दौड़ में पिछड़े 08 आकांक्षात्मक जनपदों के समग्र विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का अवलोकन कर राजधानी आए इन वरिष्ठ राजनयिकों ने अपने भ्रमण के अनुभवों को मुख्यमंत्री से साझा किया और प्रदेश के विकास के लिए अपने सुझाव भी दिए. राजदूतगणों ने आकांक्षात्मक जनपद बहराइच और फतेहपुर के अपने भ्रमण के अनुभवों को अविस्मरणीय बताया. वहां स्कूलों में बच्चों से बातचीत साफ-सफाई, गांव में अमृत सरोवर, लैंगिक समानता आदि के प्रयासों को सुखद बताया. राजदूतों ने प्रदेश में बेहतर होती इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं, विद्यालयों के कायाकल्प, अमृत सरोवर, सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, उद्योग जगत को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों और निवेश अनुकूल माहौल की सराहना करते हुए उत्तर प्रदेश को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के पैमाने पर राज्य सरकार के प्रयासों की भी सराहना की. विदेशों में तैनात वरिष्ठ राजनयिकों का उत्तर प्रदेश आगमन पर अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजदूत के रूप में यह सभी विदेशों में भारत के ब्रांड एम्बेसडर हैं. आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर भारत की मजबूत स्थिति है, इसमें राजदूत गणों का अहम योगदान है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 करोड़ आबादी वाला उत्तर प्रदेश भारत में सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश है. यह भारत का हृदय स्थल है. यह भारत की आध्यत्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का स्रोत है. यहां की उर्वर भूमि इस प्रदेश की समृद्धि का मूलाधार है. प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा वाले उत्तर प्रदेश में असीम संभावनाएं हैं. हम भारत में खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर हैं. शुगर और एथेनाल का उत्पादन सर्वाधिक यहीं होता है. विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम नम्बर देश में प्रथम स्थान पर हैं. आज जबकि दुनिया मे खाद्य संकट की स्थिति है तब प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन में न केवल आत्मनिर्भर है बल्कि निर्यात भी कर रहा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए 'ट्रिपल टी' का मंत्र दिया है. ट्रिपल टी यानी 'ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म. मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रदेश के नागरिक दक्षिण-पूर्व एशिया, खाड़ी देशों में प्रवास करते हैं. इनमें बड़ी संख्या अकुशल श्रमिकों की है. अकुशल होने के कारण आमतौर पर उनका पारिश्रमिक भी कम होता है. ऐसे में सरकार इनके कौशल उन्नयन के लिए प्रयासरत है. राजदूत गणों के सहयोग से ऐसे लोगों को चिन्हित कर इनके कौशल संवर्धन के काम किया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयोग द्वारा चिन्हित प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपदों (बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट, बहराइच और श्रावस्ती) में विकास के सभी मानकों पर नियोजित कार्य किया जा रहा है. नीति आयोग द्वारा सतत रियल टाइम मॉनीटरिंग डैशबोर्ड (चैंपियन ऑफ चेंज) के अनुसार जारी रैंकिंग में इन जिलों ने अच्छा स्थान प्राप्त किया है. देश के कुल 112 आकांक्षात्मक जिलों में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने वाले जिलों की नवीनतम सूची में हमारे 06 जिले शीर्ष 10 में शामिल हैं, जबकि शीर्ष 20 में यूपी के सभी 08 जिले शामिल हैं.


मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से आकांक्षात्मक जनपदों की तर्ज पर राज्य सरकार ने आकांक्षात्मक विकासखंडों के सामाजिक-आर्थिक सुधार के लिए विशिष्ट प्रयास प्रारंभ किया है. एक कार्ययोजना तैयार की है. कुल 100 आकांक्षात्मक विकासखंडों का चयन पूर्ण हो गया है. स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना आदि क्षेत्र के तय 75 इंडिकेटर पर इन आकांक्षात्मक विकासखंडों के समग्र विकास के प्रयास किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने आकांक्षात्मक विकास खंडों में लागू मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अभिनव प्रयास की जानकारी भी दी.

उन्होंने बताया कि विकास खंडों को सतत मॉनिटरिंग और वास्तविक स्थिति के सटीक आंकलन के लिए सीएम फेलोशिप कार्यक्रम शुरू किया गया है. तकनीकी, प्रबंधन डिग्रीधारी विजनरी युवाओं के लिए यह एक शानदार अवसर होगा. मुख्यमंत्री ने राजदूत गणों को प्रदेश के पारंपरिक शिल्पकला के प्रोत्साहन हेतु शुरू की गई अभिनव 'ओडीओपी' योजना के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि एक जनपद, एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) हमारी विरासत की प्रतीक है. उन्होंने कहा कि ओडीओपी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से प्रदेश से निर्यात में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है. पिछले 05 वर्षों में निर्यात लगभग 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 1.60 लाख करोड़ रुपये हो गया है. प्रदेश में प्रस्तावित नवीन औद्योगिक प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक पार्क, टॉय पार्क, फ़िल्म सिटी, लॉजिस्टिक पार्क, मेगा लेदर पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे सेक्टर आधारित प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रही है. निवेशकों के लिए यह अच्छा अवसर हो सकता है. इस सम्बंध में राजदूत गणों का सहयोग अपेक्षित है.

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बेहतर हो रही कनेक्टिविटी की चर्चा करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश 13 एक्सप्रेस वे वाला प्रदेश बनने की राह पर है, 06 तो क्रियाशील भी हो चुके हैं. बुंदेलखंड और पूर्वांचल जैसे पिछड़े कहे जाने वाले क्षेत्र के विकास के लिए एक्सप्रेसवे की रफ्तार मिली है. प्रदेश में बेहतर एयर कनेक्टिविटी की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई 'उड़ान' योजना का उत्तर प्रदेश ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया है. 2017 से पहले प्रदेश में मुख्यतः दो ही एयरपोर्ट थे. तब 04 एयरपोर्ट से मात्र 25 गंतव्यों तक वायुसेवा उपलब्ध थी, आज 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 10 पर काम जारी है. आज 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा है. यह तब है, जबकि बीते 02 वर्ष से हम कोरोना का सामना कर रहे हैं.


बीते साढ़े पांच वर्षों में महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे 'मिशन शक्ति' जैसे प्रयासों और उनके परिणामों का संक्षिप्त परिचय देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या की समस्या के निदान के लिए सरकार ने पहले मुखबिर योजना चलाई और फिर मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का कार्यक्रम आगे बढ़ाया. आज लगभग 14 लाख बेटियों को इस योजना का लाभ प्रदेश में प्राप्त हो रहा है. निराश्रित महिला पेंशन योजना में पेंशन राशि ₹1000 की गई और आज 31.50 लाख महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष 10-12 फरवरी को 'उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट' का आयोजन किया जाना प्रस्‍तावित है. यह तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अभूतपूर्व होगा, ऐतिहासिक होगा और नए "उत्तर प्रदेश की आकांक्षाओं को उड़ान" देने वाला होगा. व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा. ग्लोबल इन्वेस्टर समिट वर्ष 2023 तक प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में सहायक होगा, इसमें राजदूतगणों के सहयोग अपेक्षित है.

अखिलेश मिश्र (आयरलैंड): जो स्नेह मिला उससे अभिभूत हूं. 5 वर्ष में यूपी में जो परिवर्तन हुए हैं वो उल्लेखनीय हैं. सबसे बड़ा परिवर्तन मनोदशा में देखने को मिला है. खासकर हेल्थ और एजुकेशन सेक्टर में परिवर्तन उत्साहित करने वाला है. लॉ एंड ऑर्डर हो या ओडीओपी हर क्षेत्र में जमीनी स्तर पर कार्य हुए हैं. विकास के दृष्टिकोण के पीछे की समग्रता भी उल्लेखनीय है. लोगों में संस्कृति के प्रति गर्व का भाव दिख रहा है. विकास के सभी कार्यों में तारम्यता दिखाई दी, वो सराहनीय है. हम जहां भी गए कहीं भी गंदगी नहीं दिखी. ये यूपी ही नहीं देश के लिए भी बड़ा उदाहरण है.

दिनकर अस्थाना (लाओस): हमने बहराइच का दौरा किया. यूपी में स्टार्टअप पर काफी अच्छा काम हुआ है. इसे अभी और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. यूपी के सभी जिलों में स्टार्टअप को लेकर बहुत ज्यादा स्कोप है. छोटे जिलों से भी बड़े आइडिया निकल के सामने आ सकते हैं. लाओस एक बौद्ध देश है, वहां से बड़ी संख्या में पर्यटकों को उत्तर प्रदेश के बौद्ध तीर्थ स्थल अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं.

इंद्रमणि पांडेय (जेनेवा): यूपी बहुत बड़ी आबादी वाला राज्य है. मैने यहां रहने वाले अपने परिजनों से बात की. सभी ने कहा कि यहां काफी प्रगति हो रही है. यहां संभावनाएं काफी ज्यादा हैं. उत्तर प्रदेश में हुए बदलाव को मैं यूएन में हाइलाइट करने की कोशिश करूंगा. यूपी में स्टार्टअप के मामले में आगे निकलने की असीम संभावनाएं हैं.

नगमा मोहम्मद मलिक (पोलैंड): हमने फतेहपुर में एक कॉम्पोसिट विद्यालय का दौरा किया. सबसे बड़ा परिवर्तन लड़कियों के उत्साह में देखने को मिला. यूपी में स्वच्छता पर बहुत कार्य हुआ है. सबसे खास बात ये देखने को मिली कि यूपी ने अपने मनरेगा फंड से और जन सहभागिता से 60 नदियों को पुनर्जीवित कर दिया है, ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.

अनवर हलीम (जॉर्डन): यूपी में कृषि को बहुत अच्छी तरह से पुनर्नियोजित किया गया है. कृषि में नई टेक्नोलॉजी को कैसे समाहित करना है, इसपर अच्छा काम हुआ है. इसके साथ ही हमें सूचना प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और डेटा एनालिसिस के क्षेत्र में बड़ी संभावना है. आज दुनिया भारत की ओर देख रही है. यूपी इस क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर सकता है. खासकर केमिकल फ्री फर्टिलाइजर पर बड़े पैमाने निवेश की संभावनाएं हैं. जॉर्डन एक पर्यटन आधारित देश है और सबसे खास बात यूपी को लेकर जॉर्डन में बहुत अवेयरनेस है. जॉर्डन का चैम्बर ऑफ कांग्रेस यूपी को लेकर उत्साहित है.

सुधाकर दलेला (भूटान): यहां प्रशासन में जागरूकता है. दुनिया भर में फैले उत्तर प्रदेश के प्रवासियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है.

नवीन श्रीवास्तव (नेपाल): मेरे मन में जो इमेज थी यूपी को लेकर इसमें आमूल चूल परिवर्तन दिखा है. प्रदेश में हॉर्टिकल्चर के कार्य और अमृत सरोवर के कार्य सराहनीय हैं. नेपाल के साथ मिलकर टूरिज्म सेक्टर पर कार्य किया जा सकता है.

पीयूष श्रीवास्तव (बहरीन): यूपी में बहुत परिवर्तन देखने को मिला है. हमें अपने ओडीओपी प्रोडक्ट को टार्गेटेड करना होगा. गल्फ कंट्री को अगर हम फ़ूड सिक्यॉरिटी की एश्योर सप्लाई दे सकें तो ये हमारे लिए बड़ा हितकारी होगा. इसके साथ ही एक्सपोर्ट के क्षेत्र में हमें पैकेजिंग पर बहुत ध्यान देना होगा.

अमित कुमार (साउथ कोरिया): मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में साउथ कोरिया बहुत उन्नत है. साउथ कोरियन कंपनियां मैन पावर के लिए विदेशों की ओर देख रही हैं. हम अपने यहां स्किल डेवलपकर के उनके मैन पावर की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. हमें बुद्धा सर्किट को प्रमोट करने की आवश्यकता है.

मनीष चौहान (पुर्तगाल): यूपी में विकास तीव्र गति से होता दिख रहा है. खासकर पर्यटन के क्षेत्र में बहुत तेजी से कार्य हुए हैं. यूरोप का ज्यादातर पर्यटन पैदल चलने वालों का है. साथ ही सभी को टारगेट करने वाला पर्यटन है. हमें भी यूपी में सबको टारगेट करने वाले पर्यटन पर फोकस करना होगा. स्वच्छता पर बहुत कार्य हुआ है, इसे आगे भी जारी रखने की आवश्यकता है.

नीता भूषण (न्यूजीलैंड): प्रदेश में जेंडर इक्वलिटी में बहुत ज्यादा कार्य हुए हैं. लड़कियों में आत्मविश्वास बढ़ा है. आज उत्तर प्रदेश हर जगह चर्चा में है. हमारे यहां एक्सपोर्ट का बहुत बड़ा मार्केट अनटच है, हमें उन्हें उभारने की आवश्यकता है.

राजकुमार श्रीवास्तव (क्रोएशिया): उत्तर प्रदेश में स्पोर्ट्स को लेकर बहुत संभावनाएं हैं. पूरे विश्व में भारत आशा की किरण है और भारत के लिए उत्तर प्रदेश उम्मीद की किरण है.

शुभदर्शिनी त्रिपाठी (कजाखिस्तान): उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी बढ़ी है. विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक दिशा में काम हो रहा है. बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए बहुत सकारात्मक कदम उठाए गए हैं. यहां प्रशासन काम नहीं, सहयोग करते दिखा है. लोगों की मानसिकता में बदलाव आया है.

डॉ. पंकज शर्मा (मैक्सिको): हम फार्मा और ऑटोमोबाइल की मैन्यूफैक्चरिंग में बड़े स्तर पर कार्य कर सकते हैं. कृषि क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं. होंडुरास के जामो रानो यूनिवर्सिटी की तरह यूपी में विश्वविद्यालय शुरू करना चाहिए.

डॉ. राजेश रंजन (बोत्सवाना): उत्तर प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म को लेकर बहुत सम्भावनाएं हैं. विश्व के एग्रीकल्चर डिमांड को यूपी बहुत हद तक पूरा कर सकता है. शिक्षा के क्षेत्र में भी हमारे पास बड़ा में पावर है, खासकर कला के क्षेत्र में दुनियाभर में टीचर्स की डिमांड है, जिसे यूपी पूरा कर सकता है.


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Last Updated : Oct 18, 2022, 10:10 AM IST
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