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स्वास्थ्य विभाग ट्रांसफर में गड़बड़ी, दिव्यांग चिकित्सकों का भी नियम विरुद्ध किया तबादला - सीएमएस एसएसपीजी अस्पताल वाराणसी

प्रदेश भर में किए गए मनमानें तबादलों की अब पोल खुल गई है. जांच रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग (health department transfer) के किए गए ट्रांसफर में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं.

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स्वास्थ्य विभाग
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Published : Jul 11, 2022, 12:20 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में किए गए मनमानें स्थानांतरण का खुलासा अब हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग से सारी जानकारी उपलब्ध काराए जाने के लिए कहा था. उसके बाद चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक राजा गणपति आर ने सभी 29 चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.

निदेशक राजा गणपति आर ने कहा कि जल्द ही सभी चिकित्सा अधिकारी अपना स्पष्टीकरण दें. अब स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के पत्र लिखने के बाद जांच का बड़ा खुलासा हो रहा है. एसीएस अमित मोहन का झूठ अब सामने आ गया है. इसके साथ ही यह भी पता चल गया है कि स्वास्थ्य विभाग में तबादले नियम अनुसार नहीं हुए हैं. वहीं, आंतरिक जांच में पाया गया कि बड़े पैमाने पर ट्रांसफर में गड़बड़ी हुई है. दिव्यांगों का भी नियमों के खिलाफ तबादला कर दिया गया. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 22 जिलों के सीएमओ को नोटिस भेजा है.

जांच में सामने आया है कि स्थानांतरण प्रक्रिया में एक बड़ा घोटाला हुआ है. इसमें दो तरह की गड़बड़ियां किए जाने का जिक्र किया गया है. जिलों से अधिकारियों ने पीएमएस संवर्ग में न आने वाले आयुष और दंत चिकित्सकों की गलत जानकारी देकर उनका भी स्थानांतरण करा दिया. जबकि, यहां से उनका तबादला हो ही नहीं सकता. वहीं, लेवल टू और थ्री के डॉक्टरों की सूचना लेवल वन के चिकित्सकों के रूप में देकर उनका स्थानांतरण करा दिया. जबकि, लेवल टू और थ्री के डॉक्टरों का ट्रांसफर शासन स्तर से किया जाता है. महानिदेशालय स्तर से नहीं हो सकता. मनमाने ढंग से तबादला करने के लिए 29 चिकित्सा अधिकारियों को नोटिस दिया गया है.

यह भी पढ़ें: अजय मित्र टेनी के खिलाफ प्रभात हत्याकांड केस और आशीष मिश्र की जमानत अर्जी पर सुनवाई आज

स्थानांतरण में गड़बड़ियां बड़े पैमाने पर हुई हैं. इसके बाद अब इन सभी अधिकारियों को सिर्फ दो दिन के अंदर स्पष्टीकरण देना है. निदेशक लोकबंधु अस्पताल लखनऊ, सीएमएस एसएसपीजी अस्पताल वाराणसी, सीएमएस मंडलीय अस्पताल आजमगढ़, सीएमओ गौतमबुद्ध नगर, सीएमएस राजकीय जिला संयुक्त चिकित्सालय गौतमबुद्ध नगर, सीएमओ बस्ती, सीएमओ रायबरेली और पंडित कमला पति त्रिपाठी अस्पताल चंदौली के सीएमएस ने आयुष और दंत चिकित्सकों का ब्यौरा भेज दिया गया है, जो पीएमएस संवर्ग में आते ही नहीं हैं. वहीं, लेवल वन की बजाए लेवल टू और लेवल थ्री के डॉक्टरों की जानकारी देने पर सीएमओ उन्नाव, पंडित कमला पति त्रिपाठी अस्पताल चंदौली के सीएमएस, सीएमओ मऊ, सीएमओ अमेठी, सीएमओ सीतापुर, सीएमओ बरेली, सीएमओ आजमगढ़, सीएमओ मुरादाबाद, सीएमओ अलीगढ़, सीएमओ कानपुर देहात, सीएमओ संत कबीर नगर, सीएमओ वाराणसी, सीएमओ आगरा, सीएमओ कुशीनगर, सीएमओ हाथरस, एमएमजी जिला चिकित्सालय गाजियाबाद के सीएमएस, सीएमओ भदोही, सीएमओ अयोध्या, सीएमओ मेरठ, सीएमओ प्रतापगढ़, सीएमओ चंदौली और विकिरण निदेशालय, लखनऊ के अधीक्षक शामिल हैं.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में किए गए मनमानें स्थानांतरण का खुलासा अब हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग से सारी जानकारी उपलब्ध काराए जाने के लिए कहा था. उसके बाद चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक राजा गणपति आर ने सभी 29 चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.

निदेशक राजा गणपति आर ने कहा कि जल्द ही सभी चिकित्सा अधिकारी अपना स्पष्टीकरण दें. अब स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के पत्र लिखने के बाद जांच का बड़ा खुलासा हो रहा है. एसीएस अमित मोहन का झूठ अब सामने आ गया है. इसके साथ ही यह भी पता चल गया है कि स्वास्थ्य विभाग में तबादले नियम अनुसार नहीं हुए हैं. वहीं, आंतरिक जांच में पाया गया कि बड़े पैमाने पर ट्रांसफर में गड़बड़ी हुई है. दिव्यांगों का भी नियमों के खिलाफ तबादला कर दिया गया. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 22 जिलों के सीएमओ को नोटिस भेजा है.

जांच में सामने आया है कि स्थानांतरण प्रक्रिया में एक बड़ा घोटाला हुआ है. इसमें दो तरह की गड़बड़ियां किए जाने का जिक्र किया गया है. जिलों से अधिकारियों ने पीएमएस संवर्ग में न आने वाले आयुष और दंत चिकित्सकों की गलत जानकारी देकर उनका भी स्थानांतरण करा दिया. जबकि, यहां से उनका तबादला हो ही नहीं सकता. वहीं, लेवल टू और थ्री के डॉक्टरों की सूचना लेवल वन के चिकित्सकों के रूप में देकर उनका स्थानांतरण करा दिया. जबकि, लेवल टू और थ्री के डॉक्टरों का ट्रांसफर शासन स्तर से किया जाता है. महानिदेशालय स्तर से नहीं हो सकता. मनमाने ढंग से तबादला करने के लिए 29 चिकित्सा अधिकारियों को नोटिस दिया गया है.

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स्थानांतरण में गड़बड़ियां बड़े पैमाने पर हुई हैं. इसके बाद अब इन सभी अधिकारियों को सिर्फ दो दिन के अंदर स्पष्टीकरण देना है. निदेशक लोकबंधु अस्पताल लखनऊ, सीएमएस एसएसपीजी अस्पताल वाराणसी, सीएमएस मंडलीय अस्पताल आजमगढ़, सीएमओ गौतमबुद्ध नगर, सीएमएस राजकीय जिला संयुक्त चिकित्सालय गौतमबुद्ध नगर, सीएमओ बस्ती, सीएमओ रायबरेली और पंडित कमला पति त्रिपाठी अस्पताल चंदौली के सीएमएस ने आयुष और दंत चिकित्सकों का ब्यौरा भेज दिया गया है, जो पीएमएस संवर्ग में आते ही नहीं हैं. वहीं, लेवल वन की बजाए लेवल टू और लेवल थ्री के डॉक्टरों की जानकारी देने पर सीएमओ उन्नाव, पंडित कमला पति त्रिपाठी अस्पताल चंदौली के सीएमएस, सीएमओ मऊ, सीएमओ अमेठी, सीएमओ सीतापुर, सीएमओ बरेली, सीएमओ आजमगढ़, सीएमओ मुरादाबाद, सीएमओ अलीगढ़, सीएमओ कानपुर देहात, सीएमओ संत कबीर नगर, सीएमओ वाराणसी, सीएमओ आगरा, सीएमओ कुशीनगर, सीएमओ हाथरस, एमएमजी जिला चिकित्सालय गाजियाबाद के सीएमएस, सीएमओ भदोही, सीएमओ अयोध्या, सीएमओ मेरठ, सीएमओ प्रतापगढ़, सीएमओ चंदौली और विकिरण निदेशालय, लखनऊ के अधीक्षक शामिल हैं.

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