लखनऊ : सोमवार को राजधानी के सरोजनीनगर में निर्माणाधीन फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट (Forensic Institute) की छत गिरने से वहां पर मौजूद चार मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए वहीं एक मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई. छत गिरने के बाद अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को बंथरा थाना क्षेत्र स्थित प्रसाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. जिनमें से दो मजदूरों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. घटना की सूचना पाकर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे.
मिली जानकारी के अनुसार, मजदूर सुमीर महली (19), पालूश माड़ी (28), दुलाल (36), दिग्विजय (27) का इलाज चल रहा है. जिसमें दिग्विजय उपरोक्त के सिर में गम्भीर चोंट आयी हैं. सुमीर महली के कमर में चोट आई है. एक अन्य व्यक्ति अनवर अली (40) की इलाज के दौरान केजीएमयू ट्राॅमा सेन्टर में मृत्यु हो गयी है. इस सम्बन्ध में थाना स्थानीय से अग्रिम जानकारी व जांचकर विधिक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी.
अगस्त 2021 में गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ के सरोजनीनगर स्थित दरोगाखेड़ा के रनियापुर गांव में फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का शिलान्यास किया था. जिसका कार्य जोर-शोर से चल रहा है. सोमवार को लगभग 4 बजे कुछ मजदूर पोर्च के ऊपर मसाला बराबर करने का कार्य कर रहे थे, तभी अचानक शटरिंग भरभरा कर नीचे गिर पड़ी. हादसे के वक्त छत के नीचे कोई भी मजदूर नहीं था. जिसकी वजह से बड़ा हादसा होते-होते टल गया.
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मुख्यमंत्री ने दिये निर्देश : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने लखनऊ की निर्माणाधीन बिल्डिंग गिरने की घटना का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर तत्काल पहुंचने और राहत बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सीएम ने पूरी घटना की तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति से जांच कराने के निर्देश देते हुए जांच समिति गठित की है. जांच समिति में प्रमुख सचिव PWD, चीफ इंजीनियर PWD व ADG मोहित अग्रवाल जांच करेंगे. इसके साथ ही मुआवजा देने के निर्देश भी दिए गए हैं.
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