लखनऊ : राजधानी के कई ग्रामीण इलाकों से छोटी बीमारियों के इलाज के लिए लोगों को शहर के अस्पतालों तक दौड़ लगानी पड़ रही है. लेकिन, अब लोगों को इससे राहत मिलेगी. इसके लिए राजधानी के विभिन्न इलाकों में पांच अस्पताल और मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर बनाए गए हैं. जल्द ही इन अस्पतालों का लोकापर्ण किया जाएगा. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि जल्द ही नए अस्पतालों में मरीजों को इलाज मिलने लगेगा. सबसे ज्यादा सुविधा गोसाईंगंज के मदर एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल से होगी. 50 बेड के इस अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को इलाज मिलेगा. इसमें सामान्य के साथ सिजेरियन प्रसव की सुविधा होगी. अभी तक यहां के मरीजों को डफरिन, झलकारीबाई और क्वीनमेरी रेफर किया जा रहा है.
सीएचसी पर 30 और पीएचसी पर 4 बेड की होगी व्यवस्था
सीएमओ के मुताबिक मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल 50 बेड का होगा. वहीं सीएचसी 30 बेड की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही पीएचसी को भी 4 बेड का बनाया गया है. जिससे शहर के अस्पतालों में मरीजों का दबाव भी कम होगा.
यहां बन गए नए अस्पताल
- सरोजनीनगर के बेती में पीएचसी
- फैजुल्लागंज के आदिलनगर में पीएचसी
- बेहटा में सीएचसी
- मलिहाबाद के महदोइया में अस्पताल
- गोसाईंगंज में 50 बेड का एमसीएच विंग
केजीएमयू के डॉक्टरों को आईएमए से ट्रेनिंग
शनिवार को आईएमए के एक्सपर्ट ने केजीएमयू के वरिष्ठ शिक्षकों की क्लास ली और उन्हें मैनेजमेंट, कम्युनिकेशन समेत अन्य स्किल की ट्रेनिंग दी. इस क्लास में केजीएमयू के कई विभागों के विभागाध्यक्ष और शिक्षक शामिल रहे. इस दौरान कुलपति डॉ. विपिन पुरी ने कहा कि कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होनी चाहिए. इससे मरीज के साथ-साथ स्टाफ के बीच भी अच्छा संवाद मुमकिन है. अच्छे संवाद के जरिए मुश्किल काम भी आसान हो जाता है.
संजय रावत बने अध्यक्ष
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन का चुनाव शनिवार को हुआ. जिसमें संजय रावत एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए. जबकि, कौशल कुमार कुमार उपाध्यक्ष और सर्वेश यादव महामंत्री, ज्ञान प्रकाश संयुक्त मंत्री और लोकेश यादव कोषाध्यक्ष चुने गए.
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