लखनऊः राजधानी की दुबग्गा कोतवाली में तैनात एक महिला सिपाही ने कोतवाल, दीवान और सिपाही पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. महिला सिपाही ने अधिकारियों से मामले की शिकायत की है. वहीं मानवाधिकार आयोग और राज्य महिला आयोग में लिखित शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
मिली जानकारी के अनुसार, 2018 में पुलिस में भर्ती हुई महिला सिपाही की पहली पोस्टिंग काकोरी कोतवाली में हुई थी. जिसके बाद दूसरी पोस्टिंग नया थाना में बने दुबग्गा में हुई. महिला सिपाही का आरोप है कि इंस्पेक्टर दुबग्गा अनिल प्रकाश सिंह ने रात में ड्यूटी के दौरान अकेला पाकर मुझसे छेड़खानी की. जिसका विरोध करते हुए मैं बाहर निकल गयी. इससे नाराज एसएचओ ने मेरी ड्यूटी कोतवाली के बगल में बने पिंक बूथ में लगा दी. सुबह ड्यूटी जाते समय स्कूटी का पहिया पंचर हो जाने से लेट होने पर नाराज एसएचओ ने मेरी गैरहाजिरी लगा दी.
महिला सिपाही ने आरोप लगाया है कि कोतवाली में तैनात दीवान राकेश मिश्रा क्षेत्र में अवैध कार्यों की वसूली करते हैं. इनकी ड्यूटी चौकी इंचार्ज दुबग्गा के हमराही के तौर पर प्रतिदिन लगाई जाती है, जबकि चौकी इंचार्ज दुबग्गा का कोई पद नहीं है. महिला का आरोप है कि राकेश मिश्रा ने भी एसएसओ दुबग्गा अनिल सिंह की बात मानने के लिये मुझ पर दबाव बनाया. वहीं कोतवाली में तैनात ड्यूटी मुंशी सत्यम शुक्ला पर आरोप है कि वह मेरी ड्यूटी जानबूझ कर रात में लगाते हैं.
अधिकारियों से की शिकायत : महिला सिपाही ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ, संयुक्त पुलिस आयुक्त, संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं कानून व्यवस्था, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और राज्य महिला आयोग में लिखित शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
सभी आरोप बेबुनियाद : इंस्पेक्टर दुबग्गा अनिल प्रकाश सिंह ने बताया कि मेरे ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद एवं निराधार हैं. सामान्य ड्यूटी सभी को करनी होती है, चाहे पुरुष हो या महिला.
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